बरेली। दीपावली पर नई बसों मे मुसाफिरों को सफर कराने की योजना फेल साबित होती दिख रही है। बरेली रीजन को 75 नई बसे मिलनी थी लेकिन बसों की पूर्ति नही हो सकी। ऐसे में अब अधिकारी पुरानी बसों मे यात्रियों को यात्रा कराएंगे। इसके लिए चारों डिपो में बसों की समीक्षा कराई गई हैं, जिन बसों की हालत अधिक खस्ता है। उनको लोकल मार्गों पर चलाया जाएगा। जो बसें ठीक हैं। अभी बसों के संचालन की अवधि पूरी नही हुई है। उनको लंबी दूरी के मार्गों पर संचालित किया जाएगा। परिवहन निगम बरेली रीजन के मुताबिक, प्रदेश में नई बसें दिवाली से मिलने की घोषणा हुई थी। जिसमें 75 बसें बरेली रीजन को मिलनी थी। अक्तूबर बीतने को है नई बसें नही मिल सकी है। अगस्त सितंबर मे 10-12 नई बसें मिली थी। उसके बाद एक भी बस नही मिली। पांच बार मुख्यालय को पत्र भी भेजा गया। जिससे दिवाली पर नई बसें मिल सके। जब मुख्यालय से नई बसों के संबंध मे कोई जवाब नही मिला तो अधिकारियों ने पुरानी बसों की समीक्षा करके उनमें से ही अच्छी कंडीशन वाली बसों की लंबी दूरी पर चलाया जाएगा। दिवाली और भैया दूज पर बसों से मुसाफिरों को बेहतर सुविधा दी जा सके। बरेली रीजन के चारों डिपो में 628 बसें है। जिसमें 422 पुरानी बसे है। जो 8 से 10 साल पुरानी है। ऐसी बसें बरेली डिपो में 112 पीलीभीत 92, बदायूं 103 और रुहेलखंड डिपो 115 हैं। ऐसी बसों को 50 से 60 किलोमीटर के दायरे में चलाया जाएगा। जो बसें ठीक कंडीशन मे है। अच्छा एव्रेज आता है, उनको लंबी दूरी के रूटों पर चलाया जाएगा। 40 से 50 बसें ऐसी हैं, जो एक से डेढ़ साल पहले ही मिली थी। उनको जयपुर, दिल्ली, आगरा, लखनऊ, कानपुर आदि लंबे रूट पर चलाया जा रहा है। चारों डिपो के एआरएम ने बसों की बेहतर सुविधा त्योहार पर देने को बसों की समीक्षा रिपोर्ट तैयार कराई है। जिससे 28 अक्टूबर से शत प्रतिशत बसों को ऑनरोड किया जा सके।।
बरेली से कपिल यादव