सीतापुर-छोटेलाल दीक्षित पुत्र जुगुल किशोर निवासी ग्राम रिहार जिन्होंने वांड भी भरा है पर पर्चियां नही आती। रिहार गणना क्रय केंद्र पर दलालो का बोलबाला है।बताया जाता है कि जिनके 5 बीघा जमीन है,उनकी 200 पर्चियां बनी है।और जिनके जमीन और गन्ना लगा है,उनकी पर्चियां नही आती,दलाल मिल जाकर कंप्यूटर बाबू की खातिरदारी करते है।और पर्चियां बढ़वा लेते है।यदि सही से जांच की जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।जिनके जमीन भी नही है।उनकी पर्चियां बनी है,और लगातार आ रही है।
सूत्रों के मुताबिक दलाल गरीब किसान का गन्ना 150,160 रूपये में खरीदकर लगा लेते है,और मोटी कमाई का जरिया बना रखे है।राधेश्याम पांडेय रिहार ने बताया कि मैं समिति का सदस्य भी हूँ ,पर मेरी दलालो के आगे नही सुनी जाती।मेरे नाम जमीन है और पर्चियां बनी है,पर पर्चियां आती नही है।सेंटर इंचार्ज किसानों का दलालो के साथ मिलकर खुद शोषण करते है।हर ट्रॉली पर 2से 3 कुंतल गन्ना स्वयं ले लेते है,और दलालो की पर्चियां बना देते है।शासन भी बेखबर है,और मिल में भी कोई कार्यवाही करने से जैसे डरता है।अब देखना है कि आने वाले समय मे क्या परिवर्तन होता है कर्मचारी, अधिकारी स्वयं परिवर्तन करते है।कि अन्नदाता किसी दिन कोपभाजन बनता है या बनाता है।।मामला ज़िला सीतापुर की तहसील लहरपुर,ब्लॉक,बेहटा गन्ना क्रय केंद्र रिहार का है।मिल स्वयं गन्ना खरीद लेता है,सस्ते दामो में,अलग से,किसान के माध्यम से ही।गन्ना पर्चियों पर दर्शाया भी जाएगा,किन्तु गन्ना150,160 में खरीदकर।सेंटर पर आए दिन मारपीट होती है।किसान परेशान है।अवध शुगर मिल हरगांव,सीतापुर में यह हो रही है किसानों की दुर्दशा और स्थानीय प्रशासन ने लगा रखी है चुप्पी।
-सुशील पांडेय, सीतापुर