कुशीनगर- सूबे की बहुप्रतीक्षित एवं सरकार के प्रतिष्ठा का विषय बन चुकी 68500 शिक्षक भर्ती परीक्षा आनन फानन मे तीन माह पूर्व घोषित परीक्षा केंद्रों पर रविवार को समपन्न होने जा रही है।
बता दें प्रदेश की सबसे बड़ी शिक्षक भर्ती परीक्षा एक ओर जहाँ हाईकोर्टक मे नाक रगड़ रही है वहीं दूसरी ओर सरकार व परीक्षा नियामक प्राधिकारी हर हाल मे परीक्षा 27मई को समपन्न कराकर अपनी नाक बचाना चाहती है।किन्तु जल्दबाजी मे परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने ऐसी गलती कर दी है जिस पर अभ्यर्थियों के साथ साथ आम आदमी भी प्रश्नचिह्न लगा रहें हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा उन्हीं केन्द्रों पर हो रही है जिसका निर्धारण आज से तीन महीने पूर्व मार्च मे हुआ था।ऐसे मे परीक्षा केंद्रों के साथ सेटिंग की संभावना को नकारा नही जा सकता।इतना ही नही लगभग तीन महिने पूर्व छपे एवं तभी से मण्डल मुख्यालयों पर रखे प्रश्नपत्रों की गोपनीयता पर भी परीक्षार्थी प्रश्नचिह्न लगा रहे हैं।
वहीं कल इलाहाबाद हाईकोर्ट मे परीक्षा से सम्बंधित दो मुख्य मामलों पर निर्णायक सुनवाई होनी है। पहली याचिका जहाँ परीक्षा मे उर्दू को शामिल करने से सम्बंधित है वहीं विद्या चरण शुक्ल की याचिका परीक्षा मे न्यूनतम उतीर्णांक एवं परीक्षा की वैधानिकता को चुनौती दे रही है।ऐसे मे कल किसी भी याचिका मे निर्णय यदि याचिकाकर्ताओं के पक्ष मे आता है तो परीक्षा का एक बार पुनः स्थगित होना निश्चित है।
– कुशीनगर से जटाशंकर प्रजापति की रिपोर्ट
तीन माह पूर्व घोषित परीक्षा केंद्रों पर होगी 68500 शिक्षक भर्ती परीक्षा
