उत्तराखंड/देहरादून- राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चे के नेतृत्व में राज्य में लगातार चलाए जा रहे पुरानी पेंशन बहाली के लिए आंदोलन को मजबूती देने के लिए ने राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली सँयुक्त मोर्चे ने प्रान्तीय कार्यकारिणी का विस्तार करते हुए राजकीय आयुर्वेद एवं यूनानी चिकित्सा सेवा संघ, उत्तराखण्ड, (पंजीकृत) के प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ० डी० सी० पसबोला जी को राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा (NOPRUF) के प्रान्तीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद का दायित्व दिया है जिस के लिए प्रदेश महासचिव सीताराम पोखरियाल व मोर्चे के पदाधिकारियों ने श्री पसबोला जी को शुभकामनाएँ प्रेषित की हैं
सीताराम पोखरियाल कहा कि संयुक्त मोर्चा पुरानी पेंशन बहाली की इस लड़ाई में प्रत्येक अधिकारी कर्मचारी संघ का आह्वाहन कर रहा है। आशा है पुरानी पेंशन को आवाज़ को मजबूती से उठाने के लिए डॉ० डी० सी० पसबोला जी जैसे सशक्त व्यक्तित्व की आवश्यकता है । आशा है कि उनके मार्गदर्शन में यह लड़ाई अधिक मजबूत होगी।
प्रदेश अध्यक्ष अनिल बडोनी ने कहा कि आयुर्वेद एवं यूनानी चिकित्सा सेवा संघ बड़ी मुखरता से संयुक्त मोर्चे का समर्थन करता रहा है और अब डॉ० डी० सी० पसबोला जी जैसे शानदार व्यक्ति का प्रांतीय कार्यकारिणी में जुड़ना हमारे लिए गौरव की बात है। आप कर्मचारी हितों को मुखरता से रखते आएं हैं आशा है कि आगे भी आप संगठन को मजबूती की ओर ले जाएंगे। जिससे पुरानी पेंशन बहाली के सँघर्ष को मजबूती प्राप्त हो।
प्रांतीय महिला उपाध्यक्ष श्रीमती योगिता पन्त ने कहा आज लगातार इस निरन्तर मुहिम में लोग जुड़ रहे हैं यह अच्छी बात है की वरिष्ठ व अनुभवी व्यक्ति संयुक्त मोर्चे का मनोबल बढ़ाने के लिए निरन्तर आगे आ रहे हैं। डॉ० पसबोला जी के अनुभव व मार्गदर्शन से मोर्चा मजबूत होगा।
डॉ० डी० सी० पसबोला ने कहा कि यह कर्मचारियों की एक वाजिब माँग है जिसके लिए जिम्मेदारी लेना मेरा सौभाग्य है। राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी पी सिंह रावत ही एकमात्र ऐसे पेंशन बहाली के नेता है जिनका कोई राजनीतिक उद्देश्य नही है उनके नेतृत्व में सन्युक्त मोर्चा मजबूती से कार्य करते हुए प्रत्येक कर्मचारी को जागरूक कर रहा है। लगातार कई कार्यक्रमो के माध्यम से लाखों पेंशन आच्छादित कर्मचारियों को जागरूक करते हुए राज्य में आज पुरानी पेंशन बहाली की मांग को मजबूती से उठा रहा है ।मैं सभी को विश्वास दिलाता हूं कि मोर्चे द्वारा दिए गए दायित्व पर मैं पूरी ईमानदारी से खरा उतरने का प्रयास करूंगा। हम सब मिलकर संयुक्त मोर्चे के माध्यम से इस लड़ाई को अवश्य निर्णायक बनाएंगे।