मुज़फ्फरनगर- उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों सहित मुजफ्फरनगर जनपद में भी डेंगू के खौफ के चलते सरकारी /गैर सरकारी अस्पतालों में बढ़ रही है भारी भीड़।
आलम यह है कि दिन निकलने से लेकर देर शाम तक विभिन्न अस्पतालों में मरीजों की भारी भीड़ देखी जा सकती है वहीं अगर डॉक्टरों की माने तो डॉक्टरों का कहना है कि वायरल बुखार का भी चल रहा है दौर शहर सहित जिले की जनता बच कर रहे तथा पूरी आस्तीनों की पहरे कमीज न होने दें अपने आस पास पानी इकट्ठा।
बता दें जनपद मुजफ्फरनगर में इस समय वायरल बुखार सहित डेंगू ने अपने पैर पसार रखे हैं जिसके चलते जनपद का स्वास्थ्य विभाग जहां हर संभव कोशिश कर डेंगू से बचाव का प्रचार-प्रसार कर स्वास्थ्य सेवाएं पीड़ित मरीजो को उपलब्ध करा रहा है ।
तो वहीं जिला चिकित्सालय के हालात यह हैं कि डेंगू की इस मार से एक बेड पर दो दो मरीजों के इलाज होते देखने को मिल रहें है।
दरअसल आपको बता दे की मुजफ्फरनगर जनपद स्थित जिला चिकित्सालय में जुलाई माह से अब तक तकरीबन 272 डेंगू के केस आ चुके हैं इसके अलावा भी अन्य बुखार से पीड़ितों की तादाद लगातार जिला चिकित्सालय में बढ़ती नजर आ रही है।
हालात यह है कि जिला चिकित्सालय में बनाए गए डेंगू वार्ड में इस समय एक एक बेड पर दो दो बुखार से पीड़ित मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक़ प्रतिदिन फीवर से पीड़ित सैकड़ो मरीज जिला चिकित्सालय में उपचार के लिए पहुँच रहे है अगर बात जनपद के स्वास्थ्य विभाग की करें तो यहां का स्वास्थ्य विभाग लगातार डेंगू या अन्य फीवर से बचने के लिए जनपद भर में प्रचार प्रसार करा रहा है साथ ही साथ जिला चिकित्सालय में जहां बीमार और तीमारदार स्वास्थ्य सुविधाओं को उचित बता रहे हैं तो वहीं एक बेड पर दो दो मरीजों के उपचार की समस्या भी यहां लगातार देखने को मिल रही है।
मामले के बारे में अधिक जानकारी देते हुए जहां जिला मलेरिया अधिकारी अलका सिंह ने बताया कि बरसात के मौसम के बाद में डेंगू बुखार के मरीज आए हुए हैं एवं जुलाई से लेकर अभी तक एजीजा कन्फर्म लगभग 272 कैस हमारे पास आ चुके हैं, इसके साथ हम एक गतिविधियां कराते हैं एवं जिस एरिया का केस होता है उसमें हम सर्वे करते हैं एवं सोर्स सजेशन की गतिविधि व जो मुख्य गतिविधि कराई जाती है क्योंकि डेंगू का जो एडिस मच्छर है डेंगू फैलाने वाला वह घरों के अंदर ही कूलर में, फ्रिज की ट्रे में, बेकार पड़े बर्तनों में एवं टायर इत्यादि में बढ़ता है और साफ पानी में पनपता है ।
इसका जो लार्वा है वह सूखे में डालकर खत्म किया जाए या कोई कीटनाशक डाला जाए तो सोर्स साइजेक्शन व सोर्स शिक्षा की ये गतिविधिया हम कराते है, उन्होंने कहा कितनी कंफर्म मौत ही डेंगू से हुई है इसके बारे में भी कोई जानकारी नहीं है एवं जो केस पेपर से या अन्य किसी सोर्स से मिलते हैं तो उनका वेरिफिकेशन करते हैं तो फिलहाल अभी तक जनपद में डेंगू से कोई मौत की कन्फर्म सूचना नहीं है, ।
जिला चिकित्सालय द्वारा दी गई सूचना के हिसाब से 100 से 125 के करीब ओपीडी फीवर केसेस की हो रही है जिसमें वायरल एवं टाइफाइड सभी तरह के बुखार देखते हैं, जिला चिकित्सालय में डेंगू वार्ड बनाया गया है जहां पर डेंगू के पेशेंट भर्ती किए जाते हैं एवं उन पर मच्छरदानी लगाई गई है एवं डेंगू जांच की सुविधा निशुल्क उपलब्ध है और जो ब्लड के कंपोनेंट है तो ब्लड इत्यादि की भी समुचित व्यवस्था है,।
उन्होंने कहा की देखिये बचाव के उपाय में सबसे पहले तो जागरूकता पहले ही की जाए क्योंकि यह मच्छर घर के अंदर साफ पानी में पनपता है यदि आपने कुछ भी टूटा कप, गमले, टूटे बर्तन, खुला छोड़ रखे हैं और उनमें बरसात का या अन्य पानी इकट्ठा होगा तो उनमें लार्वा पनप जाएगा एवं फिर वो व्यस्क मच्छर होकर यदि इनफेक्टेड होगा तो डेंगू हो जाएगा।
तो वही अस्पताल में भर्ती मरीजो के तीमारदारों ने बताया कि अस्पताल में ट्रीटमेंट तो ठीक कर रहे हैं एवं डॉ मैडम दोनों टाइम आ रही है, जांच रोजाना हो रही है, डॉक्टर साहब दो-दो बार देखने आ रहे हैं, हां एक-एक चारपाई पर दो-दो आदमी पड़े हैं ।
– मुजफ्फरनगर से भगत सिंह