डुप्लीकेट बनकर फर्जी दस्तावेज तैयार करके बेची करोड़ों की जमीन, तीनों भेजे गए जेल

बरेली। जनपद पीलीभीत के राइस मिलर से संबंधित जमीन धोखाधड़ी के मामले मे बरेली पुलिस ने फर्जी संतोष टंडन समेत तीन आरोपियों को जेल भेज दिया। एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि फर्जी संतोष टंडन का असली नाम राजू उर्फ राजवीर है। यह भुता का निवासी है। उसके साथी बबलू कश्यप और ख्वाजुद्दीन दोनों सीबीगंज के रहने वाले हैं। बबलू और ख्वाजुद्दीन ने ही राजू को संतोष टंडन बनाया गया। फर्जीवाड़ा उसके दस्तावेज बनाए गए। इसके बाद नकली दस्तावेज बनाकर बेशकीमती जमीन बेच दी थी। महीने भर पहले थाना इज्जतनगर के फरीदापुर चौधरी इलाके की एक बेशकीमती जमीन के स्वामित्व का मामला सामने आया था। इस जमीन का पीलीभीत निवासी राइस मिल मालिक अर्पित अग्रवाल व उसके साथियों ने संतोष टंडन नाम के शख्स से बैनामा कराने का दावा किया था। जबकि एक अस्पताल के निदेशक चरन कमलजीत सिंह का दावा था कि संतोष टंडन की 2003 में मौत हो चुकी है। टंडन से इस जमीन का बैनामा जीवित रहते उनके पिता ने कराया था। बाद मे संतोष टंडन की बेटी प्रियंका टंडन को अधिकारियों के सामने पेश किया गया। उन्होंने भी पिता की कई साल पहले मौत का दावा कर उनका मृत्यु प्रमाण पत्र पेश किया। पुलिस ने फर्जी संतोष टंडन को पकड़ लिया है जो खुद के असली संतोष टंडन होने का झूठ प्रचारित कर रहा था। इस मामले में प्रियंका टंडन ने इज्जतनगर थाने में धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज तैयार करने के आरोप मे मुकदमा दर्ज कराया, जिसमें अर्पित अग्रवाल, नितेंद्र नाथ मिश्रा, पुरुषोत्तम गंगवार, अंकुर कुमार जैसवार, राजकुमार, ओमप्रकाश, नन्हें अहमद, और नरवीर शर्मा को आरोपी बनाया गया। वही पीलीभीत के रहने वाले हनुमान राइस मिल मालिक अर्पित अग्रवाल ने दर्ज कराया, जिसमें बब्लू कश्यप, ख्वाजुद्दीन, नन्हें अहमद, और अन्य लोगों को फर्जीवाड़े और 50 लाख रुपये की धोखाधड़ी का दोषी ठहराया गया।।

बरेली से कपिल यादव

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