राजस्थान/बाड़मेर- बाड़मेर जैसलमेर जिले की सरहदों पर स्थित गडरा रोड़ तहसील के झणकली गाँव के दिनेश कुमार चारण ने राजस्थान विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में “चारण साहित्य और युगीन चेतना” विषय पर अपनी पीएचडी की मौखिकी में शोध प्रबंध प्रस्तुत किया। उनके शोध निदेशक डॉ. वीरेन्द्र सिंह, सहायक आचार्य हिंदी विभाग थे। मौखिकी के दौरान एक्सटर्नल एक्सपर्ट के रूप में हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर बीरबल सिंह यादव उपस्थित रहे।
दिनेश कुमार के शोध में चारण साहित्य की विशेषताओं और इसकी युगीन चेतना पर गहराई से विचार किया गया है। यह अध्ययन न केवल चारण साहित्य की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक प्रासंगिकता को उजागर करता है, बल्कि समकालीन समाज में इसके योगदान को भी रेखांकित करता है।
इस सफलता पर डॉ. वीरेन्द्र सिंह , हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष नंद किशोर पांडेय , प्रोफेसर विनोद कुमार शर्मा , एसोसिएट प्रोफेसर जितेन्द्र कुमार सिंह , अस्सिस्टेंट प्रोफेसर सुंदरम सांडिल्य और हिंदी विभाग के अन्य सदस्यों ने दिनेश कुमार को बधाई दी और उनके भविष्य के शोध कार्यों के लिए शुभकामनाएं दीं। गौरतलब है कि दिनेश कुमार वर्तमान में गुजरात सरकार के उच्चतर शिक्षा विभाग में अस्सिस्टेंट प्रोफेसर (हिंदी) के पद पर कार्यरत है।
– राजस्थान से राजूचारण