बरेली। जनपद की दोनों जेलों मे रक्षाबंधन का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। यहां सुबह से ही भाइयों की कलाइयों पर राखी बांधने को बहनें पहुंचने लगी। जेल मे बहनें जब भाई के पास पहुंची और उनकी कलाइयों पर राखी बांधी तो भाइयों की आंखों में आंसू भर आए। इस दौरान बहनों की सहूलियत का जेल प्रशासन ने पूरा ध्यान रखा। सभी की मुलाकात हो सके। इसके लिए अतिरिक्त काउंटर भी बनाए गए। केंद्रीय कारागार-2 में तो शाम छह बजे तक मुलाकात कराई गई। रक्षाबंधन को लेकर सुबह सात से ही दोनों जेलों में बहनों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। उनकी सुविधा के लिए जेलों में टेंट लगाकर त्योहार मनाने की व्यवस्था की गई थी। केंद्रीय कारागार में सोमवार को मुलाकात पर्ची के लिए पांच काउंटर बनाए गए। वरिष्ठ अधीक्षक अविनाश गौतम ने बताया कि यहां पर 700 से ज्यादा महिलाओं और दो सौ से ज्यादा बच्चों ने रक्षाबंधन का त्योहार मनाया। यहां अपराह्न चार बजे तक रक्षाबंधन मनाया गया। केंद्रीय कारागार-2 के अधीक्षक विपिन मिश्र ने बताया कि सोमवार को 1078 महिलाओं और 313 बच्चों ने जेल में पहुंचकर रक्षाबंधन का त्योहार मनाया। समूह मे त्योहार मनाने के लिए जेल प्रशासन की ओर से सारी व्यवस्थाएं की गई थी। लंबी-लंबी लाइनों में अपनी बारी का इंतजार करने के लिए लगी बहनों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो इसके जेल प्रशासन की तरफ से इंतजाम किए गए थे। धूप बारिश से बचाव के लिए विशेष इंतजाम किए गए है। पीने के पानी की व्यवस्था की गई। चेकिंग के बाद ही महिलाओं की कारागार परिसर मे प्रवेश दिया जा रहा था। जेल रोड पर जगह-जगह सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया था। सीसीटीवी कैमरे से पूरी व्यवस्था पर नजर रखी जा रही। कुछ महिलाओं ने मुहूर्त के अनुसार ही राखी बांधने की बात कही तो उन्हें इसका मौका भी दिया गया। शाम छह बजे अंतिम महिला को राखी बांधने के बाद जेल से विदा किया गया।।
बरेली से कपिल यादव