बरेली। स्वीमिंग पूल मे बिना लाइफ गार्ड और कोच के उतरना मतलब सीधा मौत को दावत देना होता है, क्योंकि अंतराष्ट्रीय मानकों से बनने वाले पूल की गहराई 18 फीट तक होती है क्योंकि उसमें तैराकी के साथ ही गोताखोरी का प्रशिक्षण भी दिया जाता है। यही वजह है कि स्वीमिंग पूल मे लाइफ गार्ड ट्यूब होना जरूरी होता है लेकिन जिले भर मे संचालित होने वाले कुछ अवैध स्वीमिंग पूल मौत को दावत देते नजर आते है। जहां न तो कोई मानक है और न ही कोच और लाइफ गार्ड। आइए जानते है कैसे हाेते है स्वीमिंग पूल? क्या हैं उनके मानक ? पिछले डेढ़ माह मे हाफिजगंज और नवाबगंज के अवैध स्विमिंग पूल में डूबकर दो बच्चों की मौत हो चुकी है। स्विमिंग पूल स्वामी रुपयों के लालच में लोगों से मौत की छलांग लगवा रहे है। सब कुछ जानने के बाद भी प्रशासन मौन है। रविवार को रिछोला पुलिस चौकी से मात्र 200 मीटर की दूरी पर चल रहे अवैध स्विमिंग पूल मे नहाते समय कस्बे के मोहल्ला आदर्श नगर निवासी राजेश कुमार के बेटे आदित्य 10 वर्ष की मौत हो गयी। इससे डेढ़ माह पूर्व हाफिजगंज गांव में थाने से मात्र आधा किलोमीटर दूर पीलीभीत हाईवे पर चल रहे एक अवैध स्विमिंग पूल में डूबने से हाफिजगंज गांव के अशफाक की बेटी अरीमा 13 वर्ष की मौत हो गयी थी। इस घटना के बाद एसडीएम ने पुलिस को अवैध स्विमिंग पूलों पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसके बाद भी अब तक पुलिस ने अवैध स्विमिंग पूलों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। नवाबगंज क्षेत्र में एक दर्जन के करीब अवैध स्विमिंग पूल चल रहे है। जिनमें हाफिजगंज गांव मे एक, हरहरपुर गांव मे तीन, हरदुआ किफायतुल्ला गांव मे चार रिछोला किफायतुल्ला गांव में एक व रिठौरा क्षेत्र मे चार अवैध स्विमिंग पूल चल रहे है। इनमें न तो ट्रेनर ही तैनात है और न ही मानक के अनुसार पानी ही भरा हुआ है। फरीदपुर मे बाईपास पर एक ढाबे पर बगैर सुरक्षा मानकों के स्विमिंग पूल चलाया जा रहा है। 30 शुल्क लेकर स्विमिंग पूल संचालक लोगों की जिंदगी दांव पर लगा रहे हैं। समाजसेवी संगठनों ने एसडीएम से शिकायत करके कार्यवाही की मांग की है। फरीदपुर में बाईपास पर एक फैमिली रेस्टोरेंट है। रेस्टोरेंट परिसर में स्विमिंग पूल चलाया जा रहा है। यहां जवान किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैप्टन पीसी शर्मा ने एसडीएम से शिकायत करके स्विमिंग पूल बंद कराने की मांग की। एसडीएम ने तत्काल टीम गठित करके अवैध तरीके से चल रहे स्विमिंग पूल को बंद करने के निर्देश दिए। स्विमिंग पूल के संचालक सत्येंद्र सक्सेना ने बताया कि सुरक्षा के लिए कर्मचारियों को लगाया गया है। वही फतेहगंज पश्चिमी स्थित नेशनल हाईवे पर स्थित बगैर सुरक्षा मानकों के स्विमिंग पूल चलाया जा रहा है। 50 शुल्क लेकर स्विमिंग पूल संचालक लोगों की जिंदगी दांव पर लगा रहे है। क्षेत्र मे चल रहे अवैध स्विमिंग पूल में सारे मानकों को दरकिनार कर दिया गया है। स्विमिंग पूल स्वामी बच्चों से 20 रुपए लेकर उन्हें मौत के पूल में छलांग लगवा रहे हैं। इस सबसे अनजान बच्चे मनोरंजन के चक्कर में अपनी जान गवां रहे हैं।।
बरेली से कपिल यादव