जिला पंचायत के सभागार में धूमधाम से मनाया गया शिक्षक दिवस:शिक्षको को किया गया सम्मानित

*जनपद मे जिला पंचायत के सभागार में धूमधाम से मनाया गया शिक्षक दिवस

*जीवन में शिक्षक का रोल होता है बेहद अहम-मा0 अध्यक्ष जिला पंचायत

*समाज और राष्ट्र के निर्माण में शिक्षकों का है बहुत बड़ा योगदान-मा0 जिला पंचायत अध्यक्ष डॉक्टर वीरपाल निर्वाल

*डा0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन के आदर्शों पर चलकर ही निखरेगा बच्चों का भविष्य-, मुख्य विकास अधिकारी

मुजफ्फरनगर– शिक्षक दिवस के अवसर पर लोक भवन, लखनऊ से प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले शिक्षकों को मुख्यमंत्री जी द्वारा सम्मानित भी किया गया। शिक्षक दिवस कार्यक्रम के दौरान बेसिक शिक्षा मंत्री सन्दीप सिंह एवं राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार माध्यमिक शिक्षा एवं बेसिक शिक्षा गुलाब देवी सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
इसी क्रम में मुख्यमंत्री जी के वर्चुअल कार्यक्रम का जिला पंचायत के सभागार में सजीव प्रसारण देखा व सुना गया। इस अवसर पर अध्यक्ष जिला पंचायत डॉक्टर वीरपाल निर्वाल मुख्य विकास अधिकारी संदीप भागिया की अध्यक्षता में ’शिक्षक दिवस’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान जनपद के शिक्षकों को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य करने पर प्रशस्ति पत्र भेट कर सम्मानित किया गया।
जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि किसी भी इंसान के जीवन में शिक्षक का रोल बेहद अहम होता है, वो शिक्षक जरूरी नहीं है कि आपके स्कूल, कॉलेज या अन्य शिक्षण संस्थान के हों, बल्कि एक शिक्षक आपके अभिभावक, दोस्त, भाई-बहन कोई भी हो सकता है जो आपके पथ-प्रदर्शक के रूप में काम करता है, तथा देश और समाज को बेहतर बनाने में एक शिक्षक बड़ी अहम भूमिका अदा करते हैं। उन्होने कहा कि देश के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी का जन्म दिवस, हर साल 5 सितम्बर को पूरे भारत में शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाता है।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी कहा कि समाज और राष्ट्र के निर्माण में शिक्षकों का बहुत बड़ा योगदान है, शिक्षक समाज के रीढ़ की हड्डी हैं। आज इस सभा में ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं है जिसने गुरू से ज्ञान न लिया हो यह ज्ञान कितना महत्वपूर्ण है, इसे शब्दों की परिधि मे बांध पाना नितान्त कठिन है। इन्हें हर स्तर पर आदर और सम्मान मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षक राष्ट्र निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर हमारे देश की भावी पीढ़ी को इस तरह तैयार करें कि उनके मन में देश प्रेम, भाईचारा और सद्भाव की भावना विकसित हो। उनके अंदर देश के लिए कुछ कर गुजरने की तमन्ना विकसित हो, वे अपनी योग्यता, ज्ञान, विज्ञान और व्यक्तित्व के सहारे देश का नाम उज्जवल कर सकें।
और कहा कि शिक्षक दिवस महान भारतीय दार्शनिक, विद्वान और राजनीतिज्ञ डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होने कहा कि सर्वपल्ली राधाकृष्णन के अपने कार्य के प्रति समर्पण एवं विद्वत्ता के कारण ही उन्हें 1954 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया जो एक शिक्षक के लिए बहुत ही गर्व की बात थी। 1939 से 1948 तक बनारस हिन्दू विश्व विद्यालय मे कुलपति के पद पर आसीन रहते हुए भी वे प्रायः कक्षाओं मे जाकर अध्यापकों एवं बच्चों से संवाद किया करते थे तथा उन्हें बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित किया करते थे। आज इसी बात की आवश्यकता है कि हमे भी डा0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन के आदर्शों पर चलकर बच्चों को सही मार्ग पर ले जाना है एवं उन्हें मजबूत स्तम्भ के रूप में तैयार करना है।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहां उन्होने कहा कि सर्वपल्ली राधाकृष्णन की 1923 में प्रकाशित पुस्तक भारतीय दर्शन शास्त्र प्रसाद ने विभिन्न विषयों पर अपने विचार रखे जिसके लिए आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में हिन्दू दर्शन शास्त्र पर व्याख्यान के लिए उन्हें आमंत्रित किया। यह भारत वासियों के लिए गौरव का विषय था। 1952 में देश के पहले उपराष्ट्रपति तथा 1962 मे भारत के दूसरे राष्ट्रपति के रूप में उनके कार्यकाल को सदैव याद किया जाता रहेगा। शिक्षक दिवस के अवसर पर हम सभी को उनसे प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। ओर कहा नौनिहाल कच्चे घड़े के समान है, इनके भविष्य को संवारना गुरूजनों का दायित्व है। इसलिए सभी गुरूजन अपनी बेहतर सेवा देकर बच्चों के भविष्य को संवारें, ताकि ये बच्चे बड़े होकर अपने रूचि के हिसाब से मुकाम हासिल कर अपने समाज और जिले का नाम रोशन कर सकें।
बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि इस कार्यक्रम में उपस्थित अध्यापक जो आज सम्मानित हो रहे हैं यह उनका दायित्व है कि वे अपने विद्यालय के अन्य अध्यापकों को अच्छा करने के लिए प्रेरित करने के साथ ही साथ अपने सहयोगियों को भी इस बात की प्रेरणा दें कि वे भी अपने विद्यालय को सर्वश्रेष्ठ विद्यालय बनायें।
इसके अलावा जिले के अन्य सभी शिक्षण संस्थानों पर भी शिक्षक दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। तथा मा0 मुख्यमंत्री जी के कार्यक्रम का सजीव प्रसारण भी कराया गया। इस अवसर पर सभी खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं अध्यापक/अध्यापिकाएं उपस्थित रहे।

– मुजफ्फरनगर से भगत सिंह

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *