बरेली। रोडवेज की जर्जर बसे यात्रियों के लिए मुसीबत हो गई है। यह बसे बीच रास्ते में दगा दे जा रही है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि रोडवेज बस स्टैंड पर ही यात्रियों को पहले धक्का देकर बस स्टार्ट करानी पड़ रही है। रोडवेज की जर्जर बसों में बैटरी खराब हो चुकी है। इससे बस स्टार्ट नहीं हो पा रही है। बस में बैठने से पहले यात्रियों को ही धक्का मारकर स्टार्ट कराना पड़ रहा है। कई बार तो रास्ते में ही बस बंद हो जाती है। बस चालक व परिचालक यात्रियों के धक्का लगाने का इंतजार करते है। इससे यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रोडवेज में ऐसी एक दर्जन से अधिक बसें है। जिनमें इस तरह की दिक्कत हो रही है। बैटरी खराब होने की दिक्कत पीलीभीत, बदायूं रोड की बसों में हो रही है। इन रूट की बस में बैठने से पहले यात्रियों को उसे धक्का मारकर स्टार्ट कराना पड़ रहा है। बदायूं जाने वाले बस के यात्रियों का कहना है कि एक घंटे से बदायूं के लिए कोई बस नहीं है। स्टेशन इंचार्ज से बार-बार कहने के बावजूद उन्होंने एक बस बदायूं रोड पर लगाई है। जिससे चालक द्वारा स्टार्ट न होने पर यात्रियों को धक्का लगाना पड़ रहा है जो कि नियम विरुद्ध है। रोडवेज यात्रियों की दिक्कत को देखते हुए भी इस समस्या की तरफ ध्यान देना चाहिए। परिचालक ओमप्रकाश सिंह का अधिकांश बसें जो अपने निर्धारित किलोमीटर पूरे कर चुकी है। उन्हें रोड पर लगा दिया गया है। उन्हें स्टार्ट करने के लिए धक्का लगवाना पड़ता है। यह परेशानी रात के समय अधिक होती है। इसलिए ऐसी बसों को रूट पर ले जाने से चालक कतराते है। रोडवेज अधिकारियों का कहना है कि बैटरी की दो साल की वारंटी होती है। कुछ बस चालक बस पर ज्यादा लाइट पंखे लगाकर रखते है। इससे बैटरी पर वर्क लोड ज्यादा पड़ता है। बैटरी जल्दी खराब हो जाती है। दो साल के बाद बैटरी बदल दी जाती है।।
बरेली से कपिल यादव