जनता की सेवा मे हमेशा तत्पर रहती है एफआरटी टीम

राजस्थान/बाड़मेर – काल सेंटर जोधपुर वाले विधुत व्यवस्था से शिकायत सम्बंधित बात करते ही आपकी शिकायत दर्ज करते हैं और तुरंत ही अपनी टीम को मोबाइल फोन पर मैसेज भेजकर लाइटें ठीक करने के लिए आपके घर के आसपास जल्दी ही एक एफ आर टी टीम गाड़ी लेकर मौका स्थल पर आकर बहुत जल्दी ही विधुत व्यवस्था को दुरस्त करते हैं और सम्बंधित व्यक्ति को सन्तुष्ट करते हुए कहते हैं कि आपके घर और आसपास के इलाकों में भी चैक किजिए की घरों में लाईट आई है या फिर ना…..

विधुत व्यवस्था को दुरस्त करने के लिए ज्यादातर लोगों में चर्चित शहरी क्षेत्रों में विधुत विभाग के लाईन मैन टीम प्रभारी कूम्प सिंह, नरपत सिंह और एफ आर टी टीम के जय सिंह, किशन सिंह, बान्क सिंह, किशन खारवाल गाड़ी में सीढ़ी के साथ विधुत व्यवस्था के लिए जरूरत का सामान लेकर अपने आसपास के विधुत पोलों पर ठीक करते हुए देखा जा सकता है।

जानकारों ने बताया कि पहले बाड़मेर विधुत विभाग कार्यालय में जाकर शिकायत रजिस्टर मे आप वहां शिकायत दर्ज करवाओगे तो ही आपकी लाइट ठीक जरूर होगी लेकीन कब यह बताना मुश्किल होता था। लेकिन आजकल मोबाइल फोन पर सिर्फ एक काल किजिए और विधुत व्यवस्था दुरस्त करने वाले हुए हाज़िर आपके घर…..

बिजली की आंख मिचौली से लोग परेशान हुआ करते थे और हमेशा गर्मी हो या बरसात का मौसम, लेकिन बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों का अपने रवैए को बदलने के लिए तो कतई तैयार नहीं हुआ करते थे। कहीं पर घरेलू लाइटें बंद होने पर ठीक करने में चौबीसों घंटे से ज्यादा समय लगाते थे तो कहीं पर दूर दराज के गांवों में राम भरोसे, कहीं कहींतो पर तारे घरों के उपर लटक रही है,कही कही पर जमीन से कुछ फिट ऊपर ,कभी भी भयंकर हादसों का रूप ले सकती थीं लेकिन आजकल एक शिकायत दर्ज करवाते ही तुरंत संज्ञान लेकर समाधान।

बाड़मेर जिला मुख्यालय पर विराजमान विधुत विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को घरेलू लाईट बंद होने की सूचना देने पर संबंधित व्यक्ति को काल सेन्टर जोधपुर डिस्कॉम का हवाला देते हुए इतिश्री कर लेते थे, ओर काल सेंटर पर शिकायत दर्ज करने के दस पन्द्रह घंटों तक लोगों की शिकायतों का समाधान नहीं किया जाता था। और आजकल विधुत कर्मी और एफ आर टी टीम बारिश के बावजूद फाल्ट सुधारने में लगे रहते है।

बादलों की गरज से बिजली हो जाती थी गुल: बिजली कंपनी की यह स्थिति है कि बिजली कंपनी की टीम द्वारा लगभग एक हजार फाल्ट सुधारने में दिन रात लगे हुए है। इसके बावजूद बिजली की आंख मिचौली समाप्त होने का नाम नहीं ले रही थी। बादलों की गरज या जरा सी बूंदें गिरते ही बिजली गोल होना आम बात हो गई थी। बार-बार बिजली जाने आने से लोगो के घरेलू उपकरण भी खराब हो रहे थे लेकिन इस बार मुस्तैद टीम के कारण शहरी क्षेत्रों के लोगों को परेशान नहीं होना पड़ा।

शहरी क्षेत्र और आसपास के गांवों में नहरबंदी को छोड़कर
जलदाय विभाग द्वारा जलापूर्ति करने से पहले पानी की टंकियों में पानी सप्लाई आजकल जिस समय होता है उस समय खासकर सरकारी रिकॉर्ड में बिजली गुल हो जाती है जिससे ज़ीरो पाइन्ट से पानी सप्लाई करने कर्मचारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है लेकिन पानी की बड़ी बड़ी टंकियों के आसपास धडल्ले से नहरों के मीठे पानी से लोगों के मकान बनाने में लगाने वाली सीमेंट की इटो का निर्माण जल माफियाओं द्वारा जरूर देखा जा सकता है।

– राजस्थान से राजूचारण

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