बरेली। चालकों की हड़ताल से टैंकरों के चक्के भी जाम है। जिससे ईधन का संकट खड़ा हो गया है। हिट एंड रन कानून के खिलाफ चालकों की हड़ताल से ईधन समेत अन्य जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित होने लगी है। मंगलवार को बरेली मे ट्रक, टैंकर व अन्य मालवाहक वाहनों के पहिये थमने से पेट्रोल-डीजल, दूध-सब्जी व अन्य जरूरी सामान नही पहुंचा। हड़ताल से कही पेट्रोल की किल्लत न हो जाए। इस आशंका पर लोग कार व बाइकों में पेट्रोल भरवाने के लिए पंपों पर उमड़ पड़े। शहर के गांधी उद्यान के पास स्थित पेट्रोल पंप पर दोपहर करीब तीन बजे पेट्रोल भरवाने के लिए लंबी लाइन लग गई। वही श्यामगंज स्थित पंप पर पेट्रोल खत्म हो गया। यहां के कर्मचारी सनी सिंह ने बताया कि जो लोग 100-50 रुपये का तेल भरवाते थे वे पूरी टंकी फुल करा रहे थे। अब स्टॉक नही है और तेल भी खत्म हो गया है। शहर के बाकी पंपों पर भी यही हाल देखने को मिल रहा है। आंवला स्थित इंडियन ऑयल के डिपो से लोड लेकर एक भी टैंकर नही निकले। पेट्रोल पंप संचालक ने बताया कि सोमवार को दिन भर कोई ट्रक, बस डीजल भरवाने नही पहुंचा। गनीमत रही कि 31 दिसंबर को ही पेट्रोल, डीजल के टैंकर मंगा लिए थे। अगर यही स्थिति आगे भी रही तो ईधन आपूर्ति न होने से कार, बाइक का भी संचालन ठप होने की आशंका से इनकार नही कर सकते। फिलहाल ईधन को जो स्टॉक है वो भी तेजी से खत्म हो रहा है। वही मंगलवार पेट्रोल-डीजल खत्म होने की आशंका पर लोगों की अचानक भीड़ भी उमड़ पड़ी है। ट्रकों के चक्काजाम की वजह से परसाखेड़ा स्थित एलपीजी बॉटलिंग प्लांट से ट्रक रवाना नही हो सके। लिहाजा, भरे सिलिंडर डिस्ट्रीब्यूटर्स तक नही पहुंच सके। सोमवार को डीलरों ने गोदाम में रखे स्टॉक से उपभोक्ताओं को सिलिंडर मुहैया कराए। जिले मे प्रतिदिन तीन लाख सिलिंडरों की खपत होती है। ऐसे में लोगों के घरों में खाना पकाना मुश्किल हो जाएगा।।
बरेली से कपिल यादव