बरेली/मीरगंज। रामगंगा नदी का जलस्तर गत चार दिनों से लगातार बढ़ रहा है। नदी अपने फांट से बाहर निलकने को आतुर है। कई गांवों के निचले इलाके की फसल रामगंगा के पानी से जलमग्न हो गई है। नदी के तेज बहाव से गोरा लोकनाथपुर मे पुल के एप्रोच रोड का खतरा पैदा हो गया है। पीडब्ल्यूडी का ठेकेदार रोड को बचाने को रोड किनारे बालू के बोरे नदी में डाल रहे है। गांव के प्रमोद शर्मा ने बताया गांव की 80 प्रतिशत फसलें रामगंगा के पानी से बर्बाद हो गई है। कपूरपुर मे नदी का पानी किनारों से निकल कर फसलों में बुधवार को भरने लगा। कटान से फसलों को बचाने को गांव के ग्रामीणों ने रामगंगा किनारे पंडाल लगाकर बुधवार को भागवत कथा शुरू की। कथा शुरू होने के बाद नदी का पानी पंडाल मे भरने लगा। ग्रामीणों ने मिट्टी की मेड़ बांधकर पानी को पंडाल मे भरने से रोका। कथा मे बैठे विनीत सिंह ने बताया रामगंगा जब भी रौद्र रूप लेती है हम लोग रामगंगा का शांत करने को धार्मिक अनुष्ठान करते है। कथा करा रहे ग्रामीणों में खेमपाल सिंह, विजय कुमार, रामधार मिश्रा, रामफूल सिंह, रामसुमरिन मिश्रा, धीरेंद्र सिंह, भूरे सिंह आदि शामिल है।।
बरेली से कपिल यादव