उत्तराखंड/रिखणीखाल- रिखणीखाल के ग्राम तैड़िया निवासी क्षेत्र पंचायत सदस्य कर्तिया बिनीता ध्यानी ने ग्राम तैड़िया निवासियों के लिए तऐड़इयआखआल से ख्यूणीख्यात वन चौकी तक वन मोटरमार्ग और विद्युतीकरण जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की हैं। कहा कि इन बुनियादी सुविधाओं के अभाव में ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इस संबंध में शनिवार को प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण को कुमाल्डी में एक कार्यक्रम में शामिल होकर सौंपे ज्ञापन में क्षेपंस सदस्य विनीता ध्यानी ने कहा है कि उपरोक्त ग्राम सीटीआर के बफरजोन के अंतर्गत आता है, जहां वर्तमान में लगभग चालीस परिवार निवास कर रहे हैं। यहां के निवासियों की विस्थापन प्रक्रिया वर्ष 1999 से फाइलों में ही दबकर रह गई है। सीटीआर में वन कानूनों के कारण यहां पर विद्युतीकरण भी नहीं हो पाया और न ही ग्राम वासियों को सड़क सुविधा मिल पाई । गौरतलब है कि वर्ष 2018 में वन मोटरमार्ग हेतु लोनिवि दुगड्डा के साथ मैदावन रेंज के वन क्षेत्राधिकारी व ग्रामीण प्रतिनिधियों के समक्ष सर्वेक्षण में सहमति बनी थी व आठ लाख से इक्कीस लाख तक का बजटावंटन प्रस्तावित भी हुआ लेकिन उसे अन्तिम रूप देने में विभागीय लापरवाही से जूझना पड़ा। जिसके साथ ही हाथी रोधी दीवार, फेंसिंग वायर की योजनाएं भी धूल फांक रही हैं। बफरजोन से लगे कर्तिया,नौदानू,बंजादेवी,हैड़ाग्वाड़, रथुवाढाब,जवाडियूंरौल,दियोड,काण्डा गांवों समेत इर्द-गिर्द ग्रामीणों के जान-माल का खतरा व जंगली जानवरों द्वारा खेती तहस- नहस कर दी जाती रही है। इस कारण ग्रामीणो का खेती से मोह भंग होता जा रहा है। ज्ञापन में उन्होंने विधान सभा अध्यक्ष से ग्रामीणों के हित में अपने स्तर से कार्रवाई करने की अपील की है व विस्थापन व विकास के ऊहापोह से छुटकारा पाने की दिशा में उचित कदम उठाए जाने की मांग की।