बरेली। जनपद के थाना शाही के ग्राम गौसगंज में हुए विवाद और उसके बाद अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हुई पुलिस कार्रवाई को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है। समाजवादी पार्टी ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए निष्पक्ष जांच और न्याय की मांग की है। पुलिस की एकपक्षीय कार्यवाही और खाली मकानो मे रोजमर्रा के जरूरतमंद समान की तोड़फोड़ और लूट की घटना का विरोध जताया। शाही के गांव गौसगंज में दो समुदाय के बीच बवाल को हुए चार महीने से अधिक का समय बीत चुका है लेकिन हालात आज तक सामान्य नही हो सके है। 19 जुलाई को दो समुदायों के बीच झड़प हुई। जिसमे मारपीट के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस ने अल्पसंख्यक समुदाय के 51 लोगों के खिलाफ नामजद और 10-15 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की। समाजवादी पार्टी ने इसे पक्षपातपूर्ण कार्रवाई बताया और दावा किया कि यह घटना राजनीतिक प्रभाव मे हुई है। पुलिस ने मुस्लिम परिवारों को धमकाते हुए उनकी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया और उन्हें गांव से बेदखल करने की कोशिश की। पार्टी ने पुलिस प्रशासन से निष्पक्षता बरतने और पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की अपील की है। समाजवादी पार्टी ने इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि प्रशासन को राजनीतिक दबाव मे न आकर निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। पार्टी ने मांग की है कि निर्दोष लोगों को न्याय मिले और दोषियों पर उचित कार्रवाई हो। इस मौके पर जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप, महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी, राजेश अग्रवाल, पंडित दीपक शर्मा, मनोहर पटेल, शेरसिंह गंगवार, राजेश मौर्य, गोविन्द सैनी, दिनेश यादव, अशोक यादव, समयुन खान, ब्रजेश श्रीवास्तव, स्मिता यादव, गजल अंसारी, नाजिम कुरैशी, अमित गिहार, श्यामवीर यादव, रोहित राजपूत, पार्षद आरिफ कुरैशी, पार्षद अब्दुल सलीम, सैय्यद जमील, मोहसिन खान, हरिपाल फौजी, राकेश यादव, परवेज यार खां, देवांशी शर्मा, मेराज अंसारी, महेश यादव, चंद्र सेन पाल आदि प्रमुख सपा पदाधिकारी मौजूद थे।।
बरेली से कपिल यादव