बरेली। शहर मे एक तरफ गणेश चतुर्थी की यात्राएं निकल रही है जो गणेश प्रतिमा विसर्जित करने रामगंगा जा रही है तो दूसरी तरफ जश्ने शाह शराफत मियां में अकीदतमंद जुलूस के साथ पहुंच रहे हैं। बुधवार को ऐसा संयोग बना कि चौपुला पुल पर जुलूस और यात्रा का आमना-सामना हो गया। बदायूं की दिशा से अकीदतमंद इधर शहर में दरगाह शाह-शराफत मियां की तरफ आ रहे थे। तो इधर से रामगंगा मे गणेश प्रतिमा विसर्जित करने जा रही एक यात्रा चौपुला पुल के ऊपर आ गई। दोनों ही जुलूसों में डीजे थे। एक तरफ नातिया कलाम तो दूसरी तरफ भक्ति के गीतों के बीच भक्त और अकीदतमंद आनंदित थे। जैसे ही दोनों का आमना-सामना हुआ, एक बारी राहगीर थम गए और लोगों की सांसें अटक गई। क्योंकि यहां सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिसकर्मी नजर नही आ रहे थे। जैसे ही यात्रा और जुलूस एक-दूसरे के करीब आए तो यहां का नजारा देखने वाले राहगीर भी हैरान रह गए। क्योंकि जश्ने-शाह शराफत मियां में हाजिरी देने जा रहे अकीदतमंदों ने अपना जुलूस किनारे कर लिया। चार-पांच अगुवाकार अकीदतमंद आगे आए और उन्होंने प्रतिमा विसर्जित करने जा रहे श्रद्धालुओं के लिए राह साफ कर दी। वीडियो में जायरीन हाथ जोड़कर यात्रा को निकालते देखे जा रहे है। उधर, प्रतिमा विसर्जित करने जा रहे भक्त भी बेहद शांति के साथ अबीर और गुलार उड़ाते हुए आगे बढ़ गए। इस तरह यहां जुलूस और यात्रा को लेकर जिन लोगों की सांसें थम गई थी, वे भी बरेली की इस तहजीब को देखकर खुश हो गए। हालांकि इस सबके बीच यहां पुलिस की गैर-मौजूदगी कुछ लोगों को जरूर खली। एक स्थानीय राहगीर के मुताबिक बरेली में दो जुलूस एक साथ और एक ही वक्त पर निकल रहे है। वे आमने-सामने आ जा रहे है। लेकिन रूट पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस का न होना चिंताजनक है।।
बरेली से कपिल यादव