*विषैले कीड़े मकोड़े के खौफ से दहशत में जी रहे हैं वार्ड नंबर 5 के ग्रामीण।
*अब तक खोज खबर लेने नहीं पहुंचा प्रशासन
बिहार /मझौलिया- एक तरफ वैश्विक आपदा कोविड 19 दूसरी तरफ कमरतोड़ महंगाई के बीच आसमान से बरसती आफत से परेशान मझौलिया प्रखंड अंतर्गत धोकराहा पंचायत के वार्ड नंबर 5 धांगड़ टोली पर आंकड़ाहा नदी का कहर टूट पड़ा है। इस महादलित बस्ती के 100 से अधिक परिवार महुआ बाड़ी बगीचा में खुले आसमान के नीचे तंबू तान कर रहने को विवश है। यहां भी बारिश होने पर उनकी स्थिति एकदम दयनीय हो जा रही है। दूसरी ओर सांप बिच्छू विषैले कीड़े मकोड़े आदि का निकलना उनके जान के लिए जोखिम बना हुआ है। वार्ड सदस्य अंबिका ठाकुर ने बताया कि इस वार्ड के महादलित परिवार 15 दिनों से इस महुआ बाड़ी के बगीचे में शरण लिए हुए हैं जहां रात्रि में विद्युत की सुविधा उपलब्ध नहीं है शुद्ध पेयजल की सुविधा उपलब्ध नहीं है ।किसी भी प्रकार का प्रशासनिक सहयोग नहीं मिला है ।अंचलाधिकारी को पूर्व में ही सूचित किया गया लेकिन आज तक कोई खोज खबर करने नहीं आया ।इधर बाढ़ पीड़ितों में महादेव महतो मोतीलाल धांगड़, महिंद्र धांगड़, हीरालाल धांगड़, देवचंद्र धांगड़, श्याम बिहारी धांगड़, प्रभु धांगड़, पूरन धांगड़ आदि ने बताया कि हम अपने बाल बच्चा माल मवेशी सहित इस बगीचे में शरण लिए हुए हैं ।जहां खाने पीने का लाले पड़े हुए हैं ।कोई भी प्रशासनिक अधिकारी हम लोगों की सुधि लेने नहीं आया है। हम लोग टकटकी निगाहों से सहायता का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन लगता है जब ईश्वर ही नाराज हैं तो नीचे वाला की क्या बात है। इस संदर्भ में पंचायत के मुखिया आशीष भट्ट ने बताया कि इस विपदा की घड़ी में हम महादलित परिवार के लिए हर संभव मदद करने को तैयार हैं। प्रशासनिक स्तर पर सहायता दिलाने का हर संभव कोशिश किया जा रहा है। महादलित परिवार के दुख सुख में बराबर का भागीदार समझे। साथ ही उन्होंने बताया कि वार्ड नंबर 5 में जाने वाली सड़क पर जलजमाव है तथा ग्रामीणों के घर में भी बाढ़ का पानी घुस गया है। इसके लिए अंचला अधिकारी से मिलकर समस्या निराकरण के लिए प्रयास किया जा रहा है। इधर अंचलाधिकारी सूरज कांत ने बताया कि जांच कराकर विभागीय निर्देशानुसार कार्यवाही की जाएगी।
– मझौलिया से राजू शर्मा की रिपोर्ट