बरेली। खानकाहे नियाजिया मे शाह मो. हसनैन उर्फ हसनी मियां के दो रोजा उर्स के आखिरी दिन बुधवार को अकीदत का नजराना पेश किया गया। कुल की रस्म में अकीदतमंदों का रेला उमड़ पड़ा। दूरदराज से आए अकीदतमंदों ने चादरपोशी, गुलपोशी की। नकारों ने सूफियाना रूहानी महफिल को बुजुर्गवार की शान में कलाम पेश कर सुरों और साजों से सजाया। कुल में अमन, भाईचारा और आपसी मुहब्बत का पैगाम और तमाम इंसानियत के लिए दुआ की गई। बुधवार को उर्स के आखिरी दिन खानकाहे नियाजिया अकीदतमंदों से गुलजार रही। सुबह कुरआन ख्वानी हुई। देर शाम को खानकाहे नियाजिया फनकारों के सुर से महक गई। सभी प्रोग्राम सज्जादानशीन शाह महेंदी मियां कादरी चिश्ती निजामी नियाजी की सरपरस्ती में मनाया गया। तमाम खानकाहें के जिम्मेदार कुल में शामिल हुए। कई नामी हस्तियां भी खानकाहे पर पहुंचे। खानकाहे नियाजिया के प्रबंधक शब्बू मियां नियाजी ने बताया कि कुल की रस्म में मुल्क और कौम की तरक्की के लिए दुआ की गई। तमाम मुरीदीन खानकाहे नियाजिया के सज्जादानशीन से रवानगी की दुआ लेते हुए सब अपने-अपने घरों को वापस हुए।।
बरेली से कपिल यादव