बरेली। प्रदेश भर मे स्वास्थ्य सुविधाओं को सुधारने के सरकार के लुभावने वादे कोविड अस्पताल की लगातार चरमरा रही व्यवस्था को देखते हुए खोखले दिखाई दे रहे हैं। पहले ही डॉक्टरों व स्टाफ की कमी से जूझ रहे इस कोविड अस्पताल मे लाखों रूपयें खर्च कर कुछ अच्छे संसाधन तो बढ़ा दिये गये लेकिन विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी से व्यवस्थाओं में अपेक्षित सुधार नही हुआ है। हाल यह है कि सैकड़ो मरीजों की ओपीडी संभालने के लिए अब सिर्फ एक ही फिजिशियन उपलब्ध है। ऐसे में पहले से चिकित्सकों की कमी से परेशान मरीजों को नई सुविधा मिलने के बावजूद खास राहत नही मिल रही है। दरअसल कुछ माह से अस्पताल मे तीन फिीजिशन सतीश चन्द्रा, अमित कुमार व जितेन्द्र कुमार कार्य कर रहे है जिसमें डां. अमित कुमार को पोस्टमार्टम डयूटी व जितेन्द्र कुमार को वीआईपी डयूटी मे लगा दिया गया है। वही मरीजों की संख्या बढ़ती देख शासन ने अस्पताल मे सीटी स्कैन लगवा दी है। गर्मी के प्रकोप के चलते इस समय अस्पताल में ओपीडी मे रोज 350 से 400 मरीज अपना परीक्षण कराने के लिए आ रहे है। एक फिजिशियन द्वारा मरीजों का उपचार किये जाने से लंबी-लंबी कतार लग रही है। मरीजों का कहना है कि पर्चा बनबाकर लाइन में लगकर चिकित्सा परीक्षण कराने मे लगभग दो घंटे का समय लग रहा है। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. सतीश चन्द्रा ने सीएमओ को पत्र लिखकर हड्डी रोग विशेषज्ञ, प्रसूती रोग विशेषज्ञ व दो अन्य चिकित्सकों को संबद्व किये जाने की मांग की ताकि मरीजो को कम समय में चिकित्सा परीक्षण कराकर काउंटर से दवा ले सके।।
बरेली से कपिल यादव