कोराना भड़भड़ी की लापरवाही लें डुबेगी सरहदी बाड़मेर जिले को

राजस्थान/बाड़मेर – प्रदेश में 2 जून को 37 हजार से ज्यादा एक्टिव केस की मौजूदगी के बीच शुरू हुए मॉडिफाइड अनलॉक के बाद बाजारों में सामने आ रही भीड़ की तस्वीरें बेहद डरावनी हैं। मार्च 2020 के बाद 15 माह के दौरान सरकार ने ऐसा पहली बार किया है। जबकि इतने केसों की मौजूदगी के बावजूद अनलॉक का फैसला लिया गया। लेकिन जिस तरह के हालात अब नजर आ रहे हैं उससे आने वाले पन्द्रह बीस दिनों के बाद फिर से संक्रमण के फैलने की अधिक आशंका खड़ी हो गई है।

विशेषज्ञों के मुताबिक प्रदेश में अप्रेल और मई माह के दौरान लंबे समय तक लॉकडाउन रहने का असर पिछले करीब एक पखवाड़े में आंकड़ों के कम होने के रूप में सामने आया था। यही कारण रहा कि एक्टिव केस 2 लाख 8 हजार से कम होकर अब 24 हजार रह गए हैं।

चिकित्सा विशेषज्ञों के मुताबिक मौजूदा कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति की प्रसार क्षमता करीब 45 प्रतिशत तक होती है। यानी वह घर के अंदर रहकर भी अपने परिवार के 45 प्रतिशत लोगों को संक्रमित कर सकता है। इसके बाद कड़ी से कड़ी जुड़ सकती है। ऐसे में एक्टिव केस के साथ ही उनके संपर्क में आने वाले परिवारजन भी दूसरों के लिए आने वाले समय में घातक साबित हो सकते हैं।

विशेषज्ञों के मुताबिक मॉडिफाइड अनलॉक में हालांकि बाजारों में सुबह के समय कुछ घंटों की ही छूट दी गई है, लेकिन इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग व भीड़ पर स्थानीय जिला प्रशासन और पुलिस तंत्र का किसी तरह का नियंत्रण नहीं है। इसी भीड़ में वे लोग भी हो सकते हैं जो मौजूदा एक्टिव केस के संपर्क में आए होंगे और वे दूसरों के लिए स्प्रेड का कारण बन सकते हैं। यह स्थिति अगले पन्द्रह बीस दिन बाद अपना असर दिखा सकती है।

चिकित्सा विशेषज्ञों के मुताबिक बाजार खुलने के दौरान व्यापार मंडलों, व्यापारियों और ग्राहकों को भी अपने स्तर पर एहतियात के उपाय करने चाहिए। व्यापारियों को भी अपने स्तर पर नई व्यवस्थाएं कर सकते हैं। कई जगह ऐसी पहल से अलग अलग दिनों में बाजार खोले भी जा रहे हैं।

यह ध्यान रखना बेहद आवश्यक है कि लॉकडाउन बंद हुआ है, लेकिन कोरोना नहीं गया है। दूसरी लहर में सबसे घातक प्रकोप हम अपने आस-पास देख चुके हैं। लेकिन अब अनलॉक में लापरवाही बरतेंगे तो आने वाले दिनों में फिर से डरावने हालात हो सकते हैं। इसका असर आने वाले पन्द्रह बीस दिनों के बाद सामने आ सकता है।

-डॉ.वीरेन्द्र सिंह, सदस्य, मुख्यमंत्री कोविड सलाहकार समिति

एक संक्रमित व्यक्ति घर के 45 प्रतिशत सदस्यों को संक्रमित कर सकता है। उसके बाद कड़ी से कड़ी जुड़ती जाती है। इसलिए दूसरी लहर खत्म होने तक इससे संभलकर रहना बेहद जरूरी है।

डॉ दिनेश कुमार सौलकी राजकीय अस्पताल बाड़मेर

– राजस्थान से राजू चारण

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