बाड़मेर /राजस्थान- , पहले बुजुर्गों से अक्सर सुनने को मिलता था कि खेतों में धान पैदा हुआ करता था लेकिन बाड़मेर शहर के खसरा नम्बर 1296 में आवासीय कालोनी पैदा हो गई है लेकिन चालाकियाँ से ही सही सरकारी रिकॉर्ड के कागज़ पर आज भी वो फसलों को ही पैदा करतीं हैं सही क्या है और गलत क्या है इसका फैसला अब कालोनी वासियों ने ऊपर वाले के हाथों सौप दिया है कहते हैं कि इश्वर की लाठी बेआवाज़ होती है कभी न कभी तो सुनवाई जरूर होगी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बजट सत्र घोषणाओं के अनुसार राज्य सरकार द्वारा आमजनता के लिए मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं में आजकल भूमाफियाओं द्वारा जानबूझकर रोड़ा अटका रहे हैं। इससे त्रस्त होकर पटवारी हल्का बाड़मेर शहर में कृषि भूमि के मूल खसरा नम्बर 1296 दानजी की होदी क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने पिछले महिने जिला कलेक्टर को सौपें ज्ञापन के अनुसार विधायक मेवाराम जैन द्वारा विधायक कोष द्वारा तीन दर्जन सड़को पर दस करोड़ रुपये के आदेश जारी हुआ उसमें एक सड़क दानजी की होदी मुख्य सड़क से सुथार समाज बालिका छात्रावास तक वाया आईटीआई होकर एक किलोमीटर डामर सड़क स्वीकृत हुईं और भूमाफियाओं ने तीन चार दशकों से कृषि भूमि पर पहले कालोनी काटकर लोगों को बसाकर बाद में उपखंड अधिकारी बाड़मेर से 1897 – 98 स्टे लेने के बावजूद आधा दर्जन से ज्यादा बार स्टे लेकर भी रामलाल ने लोगों को रजिस्ट्री करवाया है, राजस्व रिकॉर्ड देखकर नियमानुसार उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होगी और कालोनी के लोगों को स्टाम्प पेपर्स पर प्लांट बेचकर आवासीय क्षेत्र विकसित किया लेकिन रजिस्ट्री की लागत ज्यादा आने का डर दिखाकर बोले की खातेदार तो हम ही है और कोई और नहीं, वक्त बदला और खातेदार ने भी गिरगिट की तरह रग बदला कारण हमारे नाम पर राजस्व रिकॉर्ड में कृषि भूमि दर्ज होने के कारण कालोनी में जमीन कम पड़ रही है और तीस फिट की सड़क को बीस की कर दो ताकि कुछ न कुछ सरकारी मुआवजा या फिर प्लाट वालो से कुछ न कुछ जरूर मिलेगा।
भूमाफियाओं से थक हारकर कालोनी वालों ने मिलकर जिला प्रशासन के आला अधिकारियों से शिकायत करने के बाद खातेदार सड़क निर्माण रूकवाने और समझोता करने के लिए जानबूझकर दबाव बना रहे हैं और हमारे नाम पर राजस्व रिकॉर्ड में कृषि भूमि दर्ज होने के कारण ये सड़क बहुत जल्दी ही आपको ऊखाड़ कर दिखाएंगे देखें कैसे आपको राज्य सरकार और जिला प्रशासन बाड़मेर द्वारा मूलभूत सुविधाएं कैसे मिलेगी ।
बाड़मेर जिला कलेक्टर अरूण कुमार पुरोहित द्वारा दिनाँक 29 जुलाई 23 को उपखंड अधिकारी बाड़मेर को तीन दिन में कमेटी गठित करने के निर्देश दिए गए और गठित टीम के अधिकारी तहसीलदार बाड़मेर ओर राजस्व विभाग के सयुंक्त कर्मचारीयों ने मौका रिपोर्ट में भी अकित किया है कि खातेदार रामलाल ने उपखण्ड अधिकारी कृषि भूमी न्यायालय बाड़मेर से यथास्थिति होने के बावजूद भूमाफियाओं से मिलकर कालोनी काटने के साथ ही आम रास्ते की तीस फिट ग्रैवल सड़क पर तीन चार फिट ऊचाई वाली इन्टो की दीवार बनाकर अतिक्रमण किया गया था और उसके दोनों तरफ राज्य सरकार द्वारा बनाई गई ग्रैवल और डामर सड़क मौजूद है। जिला प्रशासन द्वारा गठित टीम की मौका रिपोर्ट अनुसार खसरा सख्या 1296 के तीनों खसरे अब नगर परिषद की सीमा विस्तार करने के साथ ही यह नगर परिषद क्षेत्र के अधीन आता है। सम्पूर्ण खसरे में कृषि भूमि की जगह पर सैकड़ों लोगों के रहवासी आवास और प्लांटों की चार दीवारें बनाकर कालोनी काटी गई है। उक्त खसरे में राज्य सरकार द्वारा जारी सरकारी योजनाओं के अनुसार मूलभूत सुविधाओं से जोड़कर आमजनता को लाभ पहुचाया गया था। राजस्व टीम रिपोर्ट को उच्च अधिकारियों को देगें और जिला कलेक्टर द्वारा दिशा निर्देश जारी करने पर नगर परिषद के कार्यवाहक आयुक्त और उपखंड अधिकारी बाड़मेर नगर परिषद के अतिक्रमण विरोधी दस्ते द्वारा अतिक्रमण की दीवार हटाकर आमजन को राहत देगें।
आजकल सरकारी अधिकारी अपने आप को इमानदारी की आड़ में कितना तराशते है इसके लिए आपको देश भर में मशहूर हमारे काला पानी की सजा वाले अबुधाबी, दुबई बनने की अधी दौड़ में शामिल औधोगिक क्रांति की नगरी बाड़मेर जिले में नियुक्त होना चाहिए लेकिन पहले हमारे स्थानीय लोगों की जी हजूरी से डिजायर लिजिए फिर नेताओं का वरदहस्त और आपको मिलती है दोनों हाथों से लुटने वाली काला सोने वाली बेशुमार धन दौलत और हीरे जवाहरात के साथ आलीशान कारीगरी के नायाब डिजाइन किया गया लकड़ी पर घरेलू समान से लदे हुए ट्रक अन्यथा वही आने के दौरान लेकर आए साधारण सूटकेस में टावल में लपेटा हुआ दो चार जोड़ी कपड़े और साधारण सा मोबाइल और उसका टेप लगाकर सहेजा गया टूटा हुआ चार्जर ….
बाड़मेर आने वाले भी पहले काला पानी नाम सुनकर पछताते है और यहाँ से स्थानांतरण होने पर जैसे कोई अपना स्वर्ग सिधार गया है वैसे रूदाली की तरह नाक सिकोड़ता हुआ, बात करते हैं हम बाड़मेर शहर के राजस्व रिकॉर्ड में रामलाल पुत्र काछबा राम के कृषि भूमि मूल खसरा नम्बर 1296 के बटवारे के साथ ही 3519 /1296 और दो अन्य खसरा दानजी की होदी पर पिछले दो दशक से स्टे होने के कारण मौजूदा अधिकारीयों की शह पर किशनलाल पुत्र रामलाल और अन्य भूमाफियाओं के साथ सैटिंग कर ढाई बीघा जमीन लगभग ढाई तीन करोड़ रुपये में दलालों को इकरार किया गया है इसमें दलालों से कहा गया है कि सबसे ज्यादा गरीब लोगों को विशेषकर साधारण जीवन का जीवनयापन करने वाले दर्जी समाज के लोगों को बरगलाकर लाओ और जल्दी ही हमारे सब प्लांट बिकाओ अन्यथा साहब का यहाँ से तबादला हो गया तो फिर हमारे मार्गदर्शन कौन करेगा। जिले के अधिकारियों का अगर थोड़ा सा भी जमीर जिन्दा है तो ग्रेवाल सड़क पर बनी हुई कच्ची दीवार को गिराकर आमजनता को रास्ता दीजिये और उक्त भूमि को बाड़मेर शहर की अन्य कृषि भूमियों पर बुलडोजर चलाकर नगर परिषद का बोर्ड लगाया गया था वैसे ही इमानदारी से सरकारी सुविधाओं के लिए आरक्षित किया जाए अन्यथा फिर कोई गरीब आदमी के साथ खिलवाड़ होगा और उसके पास में पुलिस थाने रिको एरिया जाने के अलावा और कोई चारा नहीं होगा। जानकारों ने बताया कि भौले भालै गरीब लोगों को बरगलाने वाले भूमाफियाओं और दलाल गिरोह आजकल पूरे कलाकार कालोनी सहित दानजी की होदी में विशेषरूप से सक्रिय हैं।
– राजस्थान से राजूचारण