बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। प्रदेश मे शनिवार व रविवार को साप्ताहिक बंदी की घोषणा के बाद कस्वे मे बीड़ी, तम्बाकू व सिगरेट की कालाबाजारी शुरु हो गई है। दुकानों पर महंगे दामों पर बीड़ी, सिगरेट बेची जा रही है। ग्राहकों को बताया जा रहा है कि पीछे से तंबाकू के दाम बढ़ गए हैं, लेकिन वास्तव में दाम नहीं बढ़े हैं व ग्राहकों को झूठ बोलकर महंगे दामों पर तंबाकू बीड़ी व सिगरेट बेची जा रही है। हालांकि कस्वे के थोक विक्रेता महंगे दामों पर बीड़ी सिगरेट तंबाकू छोटे-छोटे दुकानदारों को दे रहे है। जिससे दुकानदार भी महंगे दामों पर बीड़ी सिगरेट तंबाकू बेचने पर मजबूर है। कस्बे के थोक विक्रेताओं ने पहले से ही लाखों रुपए के बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू, गुटका आदि खरीद कर स्टॉक कर रखा है। अब साप्ताहिक बंदी में महंगे दामों पर बेच रहे है। कोरोना संक्रमण के चलते जिले के किसी भी अधिकारी का इधर ध्यान नहीं जा रहा है कि महंगे दामों पर बेचे जा रहे बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू, गुटखा पर पाबंदी लगाई जा सके। लोगों की तलब को देखते हुए कुछ दुकानदारों ने बीड़ी व सिगरेट की कालाबाजारी शुरु कर दी है। बीते साल भी लॉकडाउन के दौरान बीड़ी-सिगरेट की कालाबाजारी हुई थी, जिसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई भी की थी। तंबाकू उत्पादों की कालाबाजारी चरम पर है। चंद दिनों के बीच ही बीड़ी, सिगरेट, गुटखा तथा तैयार तंबाकू के पाउच रिटेल में दोगुने दामो पर बेचे जा रहे हैं। कालाबाजारी की यह चेन थोक कारोबारी शुरू कर रहे हैं। चंद दिनों पहले जो गुटका का पैकेट 120 रुपए मे बिक रहा था अब 170 तक पहुंच गया है। ऐसे ही सफल का पैकेट 120 रुपये में मिल रहा था अब 200 रुपये तक बिक रहा है। ऐसे ही सिगरेट के दामों पर प्रत्येक डिब्बे पर 5 से 10 रुपये तक बढ़ा दिए गए है। साप्ताहिक बंदी को देखते हुए तंबाकू उत्पादों के थोक विक्रेताओं ने पहले से ही माल का भारी स्टॉक जमा किया हुआ है। जबकि, दिन प्रतिदिन कृत्रिम कमी पैदा करके इन उत्पादों के दामों में रोजाना इजाफा किया जा रहा है। कस्वे के थोक विक्रेता इस धंधे को अंजाम देकर वारे न्यारे कर रहे है। तमाम तरह के तंबाकू उत्पादकों के ऊपर एमआरपी दर्ज होती है। जबकि, थोक विक्रेता ही एमआरपी से महंगे दाम में उत्पाद बेच रहे हैं। इसी स्थिति में रिटेल विक्रेता से होते हुए लोगों तक पहुंच रहे तंबाकू उत्पाद एमआरपी से दोगुने रेट पर बिक रहे है।कस्बे के लोगों का कहना है कि प्रशासन को कस्बे में हो रही बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, तंबाकू पर कालाबाजारी पर रोक लगाई जाए।।
बरेली से कपिल यादव