कानपुर सुपारी व्यापारी पारस गुप्ता के हत्यारों की 48 घंटो में गिरफ्तारी की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन

*परिवार के लिए मुआवजे और एक नौकरी की मांग

कानपुर।आज पारस गुप्ता हत्याकांड के मामले में परिजनों व व्यापारियों ने उत्तर प्रदेश प्रांतीय व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष परिजनों ने अभिमन्यु गुप्ता व न्याय संघर्ष समिति के संरक्षक पवन गुप्ता के नेतृत्व में संयुक्त डीसीपी ईस्ट राहुल मिठास से मुलाकात कर पारस गुप्ता के हत्यारों को 48 घंटे में गिरफ्तार करने की मांग रखी और साथ ही पारस गुप्ता की मौत के लिए थानाध्यक्ष व चौकी प्रभारी को जिम्मेदार ठहराते हुए परिवार को मुआवजा व नौकरी दिलवाने की भी मांग की।

उत्तर प्रदेश प्रांतीय व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष और न्याय संघर्ष समिति के संयोजक अभिमन्यु गुप्ता ने कहा की हरबंसमोहाल थाने के थानाध्यक्ष व चौकी प्रभारी की लापरवाही और गैरजिम्मेदाराना रवैये के कारण पारस गुप्ता की जान गई।पारस ने हत्या होने से पहले 18 मई को ही आरोपी अमित गुप्ता द्वारा मारपीट किए जाने व पारस को जान से मारने की धमकी देने की शिकायत कर दी थी।पारस ने परिजनों को बताया था की उन्होंने 18 मई को ही मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी सूचना डाल दी थी।उसके बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हुई।अगर समय से ही हरबंसमोहाल पुलिस कार्यवाही कर लेती तो निश्चित ही पारस आज जीवित होते।उसके बाद पारस की हत्या 25 मई को हो गई।गुमशुदगी की शिकायत के बाद भी पुलिस दो महीनों तक पारस गुप्ता जी की पत्नी मनीषा व भाइयों से दुर्व्यवहार करती रही और कहती रही की पारस गुप्ता कहीं भाग गए होंगे।जबकि 25 मई को ही पारस की हत्या सर पर मारकर कर दी गई थी।पुलिस की संवेदनहीनता की परकाष्ठा ही थी की पारस का शव तक परिवार को नहीं दिया गया और लावारिस श्रेणी में पारस की अंत्येष्टि कर दी गई जबकि परिवार पारस को ढूंढता रहा।थानाध्यक्ष पारस की मौत को हादसा और खुदकुशी बताते रहे जबकि जीआरपी से प्राप्त पोस्टमार्टम के मुताबिक सर पर वार करने से पारस की मौत हुई है।अभिमन्यु गुप्ता ने कहा हमसब की मांग पर पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा जी ने तत्काल कार्यवाही करते हुए थानाध्यक्ष और चौकी प्रभारी को निलंबित किया और आरोपी अमित पर हत्या का मुकदमा भी दर्ज करवाया।इसके लिए हमसब कानपुर के पुलिस कमिश्नर महोदय को धन्यवाद देते हैं।पर दुखद है की अभी तक मुख्य आरोपी अमित को गिरफ्तार नहीं किया गया।अभिमन्यु ने मांग करी की मुख्य आरोपी को तत्काल गिरफ्तार किया जाए।हत्यारे खुलेआम घूम रहे हैं।तत्कालीन थानाध्यक्ष और चौकी प्रभारी लगातार हत्या की घटना को दबा रहे थे।

न्याय संघर्ष समिति के संयोजक पवन गुप्ता ने पारस गुप्ता की मौत के लिए थाने स्तर की पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए पारस गुप्ता के परिवार के लिए मुआवजे और परिवार के लिए एक नौकरी की मांग करी।पवन गुप्ता ने कहा की पुलिस अगर सही तरीके से अपने कर्तव्यों का निर्वाह करती तो ये हादसा न होता।पारस के पिता नहीं रहे और भाई खुद गंभीर रोग से पीड़ित हैं।घर में छोटे बच्चे हैं।अब जीवन यापन का बहुत बड़ा संकट परिवार पर खड़ा है।

सबने संयुक्त डीसीपी पूर्वी राहुल मिठास से मांग करी की वे इस बात को सुनिश्चित करें की 48 घंटे में आरोपी गिरफ्तार हो।साथ ही मुआवजे और नौकरी की मांग के विषय में भी उच्च अधिकारियों तक मामले को पहुंचाएं।

पारस गुप्ता के भाई पंकज गुप्ता,मनीष गुप्ता,हिमांशु गुप्ता,आशीष गुप्ता आदि ने हाथ जोड़कर न्याय की मदद मांगी।संयुक्त डीसीपी राहुल मिठास ने जल्द से जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया।साथ ही मांग पत्र शासन तक पहुंचाने का भी आश्वासन दिया।अभिमन्यु गुप्ता व पवन गुप्ता के साथ अतुल अवस्थी,व्यापारी नेता शुभ गुप्ता,अधिवक्ता मो वहीद समेत काफी लोग मौजूद थे।

योगेश पाठक की रिपोर्ट

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