बरेली। निलंबित चकबंदी लेखपाल सावन कुमार जायसवाल के गुर्गे अमित राठौर उर्फ तिलकधारी ने वृद्ध हरिओम सागर को रामगंगा पुल से फेंकने की कोशिश की। हरिओम ने अब कोतवाली में एक और रिपोर्ट दर्ज कराई है। कुल मिलाकर नौ मामले दर्ज हो चुके है। ताजा जांच में खुलासा हुआ है कि गैंग के सदस्य अंकिश त्रिपाठी जो पहले विजय अग्रवाल के पेट्रोल पंप पर सेल्समैन का काम करता था। अब इस गैंग का अहम हिस्सा बन गया है। गैंग ने अंकिश के नाम पर करोड़ों की जमीन खरीदकर उसे बैनामा करा दिया। पुलिस ने जब जांच की, तो यह साजिश सामने आई। फिलहाल अंकिश फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। पुलिस का कहना है कि अंकिश की गिरफ्तारी से गैंग की कई और साजिशें उजागर हो सकती हैं। लेखपाल सावन जायसवाल, अमित राठौर और विजय अग्रवाल गैंग ने जमीन कब्जाने के लिए पीड़ितों पर दबाव बनाने की नीयत से उनके खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमे भी दर्ज कराए। अब तक की जांच में ऐसे तीन मामले सामने आए हैं। इन मामलों में पीड़ितों के खिलाफ फर्जी प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। एसएसपी ने गैंग के खिलाफ मामलों की गहन जांच के लिए एसआईटी (विशेष जांच दल) का गठन किया है। एसआईटी अंकिश त्रिपाठी की तलाश में लगातार दबिश दे रही है। उसके घर और ससुराल में छापेमारी की जा रही है, लेकिन अभी तक उसका कोई सुराग नहीं मिला है। स्वजन से पूछताछ के बावजूद उसकी लोकेशन का पता नहीं चल सका है। पुलिस ने गैंग द्वारा पीड़ितों के खिलाफ दर्ज कराए गए सभी मुकदमों की समीक्षा का आदेश दिया है। एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि एसआईटी यह जांच करेगी कि ये मुकदमे किस तरह से दर्ज हुए और उनकी स्थिति क्या है।।
बरेली से कपिल यादव