बरेली। एक संस्था ने लगभग एक दर्जन युवतियों को कम्प्यूटर कोर्स सिखाने के नाम पर उनको मार्केटिंग का काम कराया जाने लगा। जब उन्होंने कम्प्यूटर कोर्स कराने को कहा तो उन्हें बताया गया कि वह मार्केटिंग का काम ही कराते है। जब युवतियों ने अपने रुपये वापस मांगे तो रुपये देने से साफ इनकार कर दिया। इस मामले मे बुधवार को ठगी का शिकार हुई युवतियों ने एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। थाना सुभाषनगर क्षेत्र के मोहल्ला नागफनी निवासी मुस्कान ने बताया कि उस समेत आशा राजपूत निवासी कमालपुर पालपुर कैंट की रहने वाली विनीता, बविता, मोहनी, प्रिया, आशा, अंशिका, कुसुम को सिविल लाइंस स्थित एचडीएफसी बैंक के पीछे चतुर्थ फ्लोर पर स्मार्ट वैल्यू प्राइवेट कंपनी कार्यालय मे कीर्ती मौर्य से सम्पर्क हुआ था। इस दौरान कीर्ती मौर्य व शिवानी पटेल ने उन्हें बताया कि उनकी कंपनी कम्प्यूटर कोर्स कराती है। उसके बाद उन्हें कंपनी मे ही नौकरी दे दी जाएगी। उनको आईपी कम्प्यूटर कोर्स कराया जाएगा। जिसकी रजिस्ट्रेशन फीस सौ रुपये जाएगी। इसके बाद किसी लड़की से 30 किसी से 35 हजार तो किसी से 50 हजार रुपये कोर्स कराने के नाम पर ले लिए गए। उसके बाद उन लोगों को कम्प्यूटर आईपीआई कोर्स की जगह नेट बैंकिग का कार्य कराया जाने लगा और उन्हे बताया गया वह जितने सदस्यो को जोड़ेगें उन्हें उतना फायदा होगा। जब सभी युवतियों को पता चला कि यह आईटीआई का कोर्स नही है। तो उन लोगों ने अपने रुपये वापस मांगे। जिस पर कंपनी ने कहा कि वह लोग रुपये वापस नही करते हैं। तब जाकर उन लोगों को पता चला कि वह लोग ठगी का शिकार हो गई है। बुधवार को सभी युवतियां एकत्र होकर एसएसपी आफिस पहुंची और एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई।
बरेली से कपिल यादव