बरेली। शनिवार को एसएसपी अनुराग आर्य ने थानेदारों से लेकर एसपी तक के अफसरों के फोन जमा कराकर क्राइम मीटिंग में एसएसपी ने प्राथमिकताएं गिनाई। दो टूक कहा कि फरियादियों को मुख्यालय पर पुलिस कार्यालय आने की आवश्यकता न पड़े, यह हर हाल में सुनिश्चित कर ले। इस दौरान उन्होंने आगामी त्योहार को लेकर चर्चा की। बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। किसी बेगुनाहों को परेशान न किया जाए। थाने से ही फरियादियों को न्याय मिले। उन्हें अधिकारियों के पास भटकने की जरूरत न हो। इसका खास ध्यान रखा जाए। इस दौरान उन्होंने महिला अपराध पर अंकुश लगाने की बात भी की। इसके साथ ही टॉप 10 अपराधियों की लिस्ट बनाकर उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाया जाए। पुलिस आमजन, जनप्रतिनिधियों और मीडिया के साथ सौम्य व्यवहार करे। उन्होंने पुलिस अफसरों को आगे आने वाले त्योहारों को सकुशल संपन्न कराने के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए। थानों में शिकायत सुनने के लिए जनसुनवाई अधिकारी नियुक्त किए जाएं। जो समस्त फरियादियों की सुनवाई करते हुये उनकी समस्याओं का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें। शिकायत करने वाले को एफआईआर दर्ज कराने के लिए जनसुनवाई में अफसरों के पास चक्कर न लगाने पड़े। यदि कोई अपराधी पुलिस पर फायर का दुस्साहस करता है तो आत्मरक्षार्थ जवाबी विधिक कार्रवाई करें। थाना स्तर पर टॉप-10 अपराधी चिन्हिंत कर सभी को सलाखों के पीछे पहुंचाया जाए। लूट छिनैती का अपराध करने वालों के घर व ठिकानों पर निरंतर दबिश अभियान चलाए। जमीन संबंधी विवादों का निस्तारण राजस्व टीम व पुलिस टीम द्वारा तालमेल स्थापित कर कराया जाए। थाना प्रभारियों को प्रत्येक दिन सुबह साढ़े नौ बजे गणना के बाद दैनिक टास्क के निर्देश दिये। कहा कि प्रत्येक थानों का मूल्यांकन किया जाएगा। मूल्यांकन प्रणाली के आधार पर सर्वश्रेष्ठ पुलिस अधिकारी को पुरस्कृत किया जाएगा। क्राइम मीटिंग के बाद सभी के फोन जमा कराने का मामला सुर्खियों का विषय बना रहा। जिसमें एसपी देहात मानुष पारीक, एसपी देहात उत्तरी मुकेश चन्द मिश्रा, एसपी ट्रैफिक शिवराज समेत सभी सीओ समेत थाना प्रभारी शामिल हुए।।
बरेली से कपिल यादव