एसआरएमएस रिद्धिमा मे धूमधाम से मनाया गया तीसरा स्थापना दिवस

बरेली। गुरुवार को एसआरएमएस रिद्धिमा के तीसरे स्थापना दिवस पर ट्रस्ट के संस्थापक देवमूर्ति ने संगीत के प्रति बाबूजी के लगाव से प्रेरित होकर तीन वर्ष पहले उनकी याद मे नृत्य, संगीत, कला, अभिनय को समर्पित रिद्धिमा की स्थापना की गई। खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय से मान्यता हासिल करने वाला यह संस्थान भारतीय संगीत और कला को संरक्षित करने में अपना योगदान दे रहा है। पिछले वर्ष यहां थिएटर फेस्टिवल इंद्रधनुष के साथ दो दर्जन से ज्यादा नाटकों का मंचन हुआ। यहां स्थापित इंस्ट्रुमेंट म्यूजियम सभी के आकर्षण का केंद्र है। इससे पहले मां शारदे की मूर्ति के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन और पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ स्थापना दिवस कार्यक्रम आरंभ हुआ। गायन गुरुओं ने सरस्वती वन्दना और संस्थान गीत को अपनी आवाज दी। कथक के गुरुओं के साथ विद्यार्थियों ने समर्पण के जरिए अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। वाद्ययंत्रों के गुरुओं ने शास्त्रीय वाद्ययंत्रों के माध्यम से अपनी प्रतिभा दिखाई। इससे पहले तीसरे स्थापना दिवस के मौके पर चित्रकला प्रदर्शनी का रिबन काटकर उद्घाटन उषा गुप्ता ने किया। सभी ने प्रदर्शित पेंटिंग की सराहना की। इसके विजेताओं को भी सम्मानित भी किया गया। स्थापना दिवस कार्यक्रम का संचालन डा. अनुज कुमार ने किया। स्थापना दिवस समारोह में आशा मूर्ति, आदित्य मूर्ति, श्यामल गुप्ता, डॉ. रजनी अग्रवाल, गुरु मेहरोत्रा, सुरेश सुंदरानी, एयर मार्शल (सेवानिवृत्त) डॉ. एमएस बुटोला, डॉ. आरपी सिंह, डॉ. प्रभाकर गुप्ता, डॉ. एलएस मौर्या, डॉ. रीटा शर्मा, शैली सक्सेना, अजीत सक्सेना सहित अन्य लोग मौजूद रहे।।

बरेली से कपिल यादव

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *