बरेली। नॉरकोटिक्स टीम और भमोरा पुलिस ने संयुक्त रूप से मादक पदार्थ तस्करों की तलाश में छापा मारकर कार्रवाई की। एक महिला समेत पांच मादक पदार्थ तस्करों को पकड़ा। उनके पास से 510 ग्राम स्मैक और 31350 रुपए 195 ग्राम पाउडर, स्मैक बनाने का 92 ग्राम रंग और एक कार बरामद की गई। बरामद स्मैक की अंर्तराष्ट्रीय बाजार कीमत करीब एक करोड़ रुपए बताई गई है। तस्करों ने बताया कि उनके तार कई राज्यों मे है। मध्यप्रदेश के कई छात्राओं तक सप्लाई बरेली से जाती है। कॉलेज मे शिक्षा प्राप्त कर रहे युवाओं को निशाना बनाने के लिए तस्करों ने अपना रैकेट बिछा रखा है। नारकोटिक्स टीम के हत्थे चढ़े गिरोह ने यह चौंकाने वाला राजफाश किया है। नॉरकोटिक्स टीम के प्रभारी एसआई विकास यादव और सर्विलांस प्रभारी एसआईएम राजेश मिश्रा ने थाना अलीगंज क्षेत्र के गांव खैलम मे स्मैक तस्करों की बातचीत सुनी। मुखबिर से भी जानकारी ली गई। इसके बाद टीम तस्करों का पीछा करना शुरु कर दिया। भमोरा थाने के एसआई प्रमोद कुमार की टीम के साथ मलगांव जाने वाले एसबीआई बैंक सैंधा वाले रास्ते पर तस्करों की कार को पकड़ लिया। मौके से करैशा बेगम, हसनैन, अब्दुल, हबीब उर रहमान, संजीत खैलम गांव के पकड़े गए। जब तलाशी लगी गई तो कार यूपी 25 सीसी 5066 (टीयूवी) में 510 ग्राम स्मैक, 31350 रुपए, 195 ग्राम पाउडर, स्मैक बनाने का 92 ग्राम रंग मिला। आरोपियों ने बताया कि वह मणिपुर से कच्चा माल लेकर आते हैं। उसके बाद यहां उसे तैयार करके सप्लाई करते हैं। पंजाब, सहारनपुर, दिल्ली, नोयड़ा, हरिद्वार, मेरठ, उत्तराखंड के अलाव इंदौर मध्य प्रदेश के विश्वविद्यालयों में छात्रों के नेटवर्क के जरिए खपाया जाता है। कॉलेज मे छात्रों के बीच इस माल को पहुंचाया जाता है और इसकी तस्करी की जाती है। छात्रों के जरिए इस नशे की तस्करी भी कराई जाती है। युवाओं के जरिए इस नशे के कारोबार को बढ़ाया जा रहा है। पकड़े गए तस्करों ने सारे राज खोले है। अब नारकोटिक्स टास्क फोर्स के द्वारा कॉलेजों मे ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया जाएगा।।
बरेली से कपिल यादव