बरेली। परिवहन विभाग की चेकिंग टीम को देखकर स्कूली वैन को छोड़कर चालक भाग गया। बेचारे छोटे-छोटे बच्चे वैन के अंदर बैठे थे। जब एआरटीओ संदीप जायसवाल पहुंचे तो बच्चे रोने लगे। उनको जैसे-तैसे चुप कराया। कुछ बच्चे फिर भी नही चुप हुए तो उनको वीडियो गेम दिखाकर चुप कराया। जब वैन चालक नही पहुंचा तो एआरटीओ ने अपने ड्राइवर के साथ बच्चों को स्कूल भेजा। इसके बाद वैन को सीज कर दिया। बरेली मंडल मे तीन दिन के अंदर बरेली, बदायूं और शाहजहांपुर मे तीन स्कूली वाहनों के हादसे हुए। इसके बाद परिवहन मुख्यालय लगातार मॉनीटरिंग कर रहा है। रोज ही कोई न कोई अफसर वीसी करके निर्देशित करते हैं। जिससे अवैध रूप से संचालित स्कूली वाहनों पर प्रतिबंध लग सके। स्कूली बच्चे सुरक्षित स्कूल और घर आ सके। चार दिनों से रोज ही अभियान चल रहा है। शुक्रवार को भी एआरटीओ (प्रवर्तन) जेपी गुप्ता, संदीप जायसवाल आदि की टीमें अलग-अलग क्षेत्रों मे स्कूली वाहनों की चेकिंग कर रही थी। एआरटीओ संदीप जायसवाल नवाबगंज चेकिंग पर रहे थे। तभी भगवती इंटर कॉलेज के छोटी शाखा के केजी से फोर्थ तक के बच्चों से भरी एक वैन दिखी। जिसमें करीब 22 बच्चे थे। वैन चालक ने चेकिंग टीम को आते देखा तो वह ढाबा के पास वैन छोड़कर भाग गया। एआरटीओ और उनकी टीम ने जब पूछताछ की तो बच्चे रोने लगे। उनको चुप कराना मुश्किल था। बमुश्किल बच्चे चुपे। कुछ ऐसे बच्चे थे। जिनको मोबाइल मे गेम दिखाकर चुप कराया। इसके बाद बच्चों ने अपने स्कूल का नाम बताया। काफी देर तक वैन चालक नही पहुंचा। इसके बाद एआरटीओ ने अपने ड्राइवर से वैन को स्कूल पहुंचाया। इसके बाद वैन को सीज कर थाने में खड़ा करा दिया। आरटीओ प्रवर्तन दिनेश कुमार सिंह का कहना है कि रोज ही टीमें स्कूली वाहनों की चेकिंग कर रही है। हर रोज 10-12 वाहनों पर कार्रवाई हो रही है।।
बरेली से कपिल यादव