बरेली। ईद मिलादुन्नबी 16 सितंबर को मनाई जाएगी। घरों मे साफ-सफाई करने के बाद अब महिलाएं सजावटी सामानों की खरीदारी के लिए बाजार का रुख कर रही है। शहर के सभी मुख्य बाजारों में भीड़ बढ़ने लगी है। दुकानदारों ने भी तैयारी पुरी कर ली। विभिन्न प्रकार की झालर समेत सजावट के सामान मौजूद है। जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे है। लोग चाइनीज सजावटी सामान को छोड़ स्वदेशी साज-सज्जा के सामान की मांग कर रहे हैं। रंग-बिरंगी लाइटों से बाजार सजा नजर आ रहा है। इसके साथ ही तरह-तरह के इस्लामिक झंडे भी बिकने लगे है। ज्यादा दिन नहीं रह गए इसलिए लोगों ने घरों को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाना शुरू कर दिया है। इसके साथ झंडा भी ऊंचा करके लगा रहे है। बता दें कि दुकानदारों ने अपनी दुकानों को रंग-बिरंगी लाइटों से सजा दिया है। चारों ओर ईद मिलादुन्नबी की चमक नजर आ रही है। लोगों द्वारा जमकर खरीदारी की जा रही है। ईद मिलादुन्नबी के पर्व पर मकानों को सजाने का रिवाज पुराने समय से चल रहा है। जिसके लिए महिलाएं एक माह पहले से घर की सफाई करने में जुट जाती हैं। सफाई के बाद मकान की सजावट के लिए विभिन्न सामानों की खरीदारी करने में जुट जाती है। सजावटी सामान की खरीदारी के लिए शहर के कुतुबखाना समेत अन्य स्थानों पर लोगों की भीड़ उमड़ने लगी है। वही ईद मिलादुन्नबी के नजदीक आते ही लोग अपने घरों को सजाने के लिए रंग-बिरंगी लाइटों की झालरों की भी जमकर खरीदारी कर रहे हैं। साथ ही इस्लामिक झंडे भी खरीदे जा रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि भले ही भारत में बनने वाली झालरों की कीमत चीनी झालरों से ज्यादा होती है लेकिन वह जल्दी खराब नही होती है। स्वदेशी झालर अगली ईद मिलादुन्नबी पर भी काम आ जाती हैं। बाजार में रंग-बिरंगे बिजली के बल्बों से लेकर अन्य सजावटी सामान अधिक दिख रहे है।।
बरेली से कपिल यादव