ईट भट्ठे पर 40 लाख रुपये की कर चोरी पकड़ी, 12 लाख ईटें समेत 42 टन कोयला जब्त

बरेली। जनपद मे ईट भट्ठों पर जीएसटी एसआईबी की चल रही छापामारी मे कर चोरी के साथ खेल के खुलासे होने लगे है। मीरगंज के बल्ली ग्राम के गौसियां मे ईट उद्योग की जांच मे 40 लाख रुपये कर चोरी मिली है। फुंकाई, पथाई और स्टॉक रजिस्टर मौके पर न मिलने पर 12 लाख की ईट, 42 टन कोयला जब्त कर लिया है। कारोबारी को सभी दस्तावेज के साथ तलब किया गया है। दस्तावेजों की जांच मे और कर चोरी सामने आ सकती है। अपर आयुक्त ग्रेड-1 दिनेश कुमार मिश्र के अनुसार सात मार्च को टीम जांच के लिए मीरगंज गौसियां ईंट भट्ठे पर पहुंची थी। जांच के समय भट्ठे मे फुंकाई चल रही थी। बिक्री, पथाई, फुंकाई, स्टॉक रजिस्टर जांच के समय उपलब्ध नही हुए। व्यापार स्थल से केवल दिहाड़ी रजिस्टर मिला। पकी और कच्ची ईट का सत्यापन बुक ऑफ अकाउंटस से नही मिला। 12 लाख (कच्ची व पकी ईट), 42 टन कोयला, पांच टन लकड़ी का बुरादा जब्त किया गया। आकलन पर करीब 40 लाख कर चोरी मिली। कोयला कहां से आ रहा है, इसकी जांच टीम कर रही है। बताया गया कि बदायूं के बाद अब मीरगंज मे ईट-भट्ठे पर लाखों की कर चोरी मिली है। फिर भी तमाम भट्ठा संचालक उत्पादन के अनुरूप कर देयता नही स्वीकार रहे। चिन्हित ईट भट्ठा व्यापारियों की विभागीय जांच एसआईबी टीम बनाकर जांच कराई जा रही है। भट्ठा व्यापारियों को हिदायत दी है कि मानक के अनुसार कर देयता स्वीकार करते हुए समय से जीएसटी की धनराशि जो जमा करेंगे उनकी जांच नही होगी। अन्यथा की दशा मे अर्थदंड की कार्रवाई की जाएगी। जांच मे पता चला है कि भट्ठा मालिक विभाग की ओर से कोयले की खपत के आधार पर मानक के अनुरूप प्रति 18 मीट्रिक टन कोयला प्रयोग के सापेक्ष सामान्य भट्ठे मे न्यूनतम एक लाख ईटो का उत्पादन का आकलन होता है। जबकि जिगजैग भट्ठे मे 12 मीट्रिक टन कोयला प्रयोग के आधार पर एक लाख ईट का उत्पादन होता है। इससे बचने के लिए कई कारोबारी कोयले के स्थान पर 90 फीसदी वैकल्पिक ईंधन जैसे कोयले की धूल, गुल्ला, मैली अन्य का प्रयोग कर रहे हैं। इसका प्लांट भी भट्ठा परिसर मे लगा लिया है। ताकि उत्पादन का आकलन न हो सके।।

बरेली से कपिल यादव

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