प्रयागराज- इलाहाबाद पूर्व सांसद अतीक अहमद के घर एवं दफ़्तर पर सीबीआई की रेड पड़ गयी।घर और ऑफिस के बाहर भारी मात्रा में पुलिस बल मौजूद पूरे एरिया को सीज करके रेड जोन में किया गया तब 3 कुछ दिन पहले देवरिया जेल में रियल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल को जेल के अंदर पीटने और उसकी कंपनी होती आने के लिए जबरदस्ती कागज पर साइन कराया गया था मोहित जायसवाल ने इसका मुकदमा लखनऊ में दर्ज करवाया था बाद में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सीबीआई जांच सौंपी थी वह अतीक अहमद को अहमदाबाद जेल ट्रांसफर करने का आदेश दिया गया था इस घटना में अति के बेटे उमर अहमद के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हुआ था ।
देवरिया जेलकांड की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने पूर्व सांसद अतीक अहमद पर शिकंजा कस दिया है। सीबीआई की टीम ने कार्रवाई करते हुए बाहुबली नेता के कई ठिकानों पर छापेमारी की है। अतीक के इलाहाबाद स्थित घर और कार्यालय पर सीबीआई की टीम ने छापे मारे हैं। अतीक अहमद के निवास और कार्यालय पर भारी मात्रा में पीएसी और पुलिस ने दबिश दी है और घर का कोना-कोना खंगाल रही है। आपको बता दें कि देवरिया जेल कांड में कोर्ट के आदेश के बाद केंद्रीय जांच एजेंसी ने अतीक के खिलाफ कार्रवाई की है। होटलों में ठहरते थे अतीक के गुर्गे, रिकॉर्ड खंगाल रही सीबीआईइससे पहले मंगलवार को देवरिया जेलकांड की जांच कर रही सीबीआई की टीम जिले में डटी रही। देवरिया के होटलों का रिकॉर्ड खंगाल रही टीम यह जानने में जुटी रही कि देवरिया जेल में अतीक के रहने के दौरान किस-किसने यहां ठिकाना बनाया था। अतीक के गैंग से जुड़े लोग कब-कब और किस होटल में रहे। टीम जिला जेल से रिहा हुए उन बंदियों से भी पूछताछ में जुटी है जो अतीक के साथ उसके या आसपास की बैरक में रहे।अतीक अहमद ने लखनऊ के रियल एस्टेट व्यापारी मोहित जायसवाल का 26 दिसंबर को गुर्गों के जरिए अपहरण कराके देवरिया जेल बुलाया था। यहां उसकी बर्बरतापूर्वक पिटाई के बाद करोड़ों रुपये की प्रापर्टी जबरन अपने व करीबियों के नाम करा ली थी। साक्ष्य जुटाने के लिए सीबीआई टीम करीब एक माह से जिले में डटी है। सिंचाई विभाग के डाक बंगले में रुकी टीम ने कई बार जेल जाकर बंदियों-कैदियों, बंदीरक्षकों व जेल अधिकारियों के बयान दर्ज किए। अब तक की छानबीन में यह सामने आया है कि अप्रैल 2017 से देवरिया जेल में आने के बाद अतीक के तमाम गुर्गे व करीबी भी यहीं ठिकाना बनाए रहे। कई बार उनके माध्यम से बड़े कारोबारियों को देवरिया बुलाया गया और उनसे रंगदारी ली गई। शहर के होटलों में ही उनका ठिकाना रहा। दो दिन पहले ही शहर के स्टेशन रोड, पुरवा, राघवनगर के होटलों के अभिलेखों की जांच की गई। स्टेशन रोड के कुछ होटलों से टीम को महत्वपूर्ण दस्तावेज हाथ लगे हैं। इसके अलावा टीम कुशीनगर के उन बंदियों से भी पूछताछ कर जानकारी जुटा रही हैजो अतीक के साथ या उसके आसपास के बैरक में रहे हैं। अंदेशा है कि अतीक ने उनकी जेल के अंदर से ही कई मामलों में मदद की थी। इसके बदले जेल से बाहर निकलने पर वे अतीक की मदद करते थे। टीम के अभी कुछ दिन और जिले में ही रहने की संभावना है।..