बरेली। बेसिक शिक्षा विभाग का लेखा विभाग का हाल यह है कि राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षिका को अपना इंक्रीमेंट लगवाने के लिए संघर्ष कर रही है। 2015 में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित के बाद शबीना परवीन को 1800 रुपये प्रति महीने का इंक्रीमेंट मिलना था। लेखा विभाग की लापरवाही के चलते आज भी शिक्षिका को संघर्ष करना पड़ रहा है। जिले के ब्लॉक क्यारा की उच्च प्राथमिक विद्यालय कांधरपुर में प्रधाना अध्यापिका शबीना परवीन को 5 सितंबर 2015 को राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया था। तत्कालीन बीएसए ने शासनादेश के अनुरूप 19 नवंबर 2015 को उनकी अगली वेतन वृद्धि के बराबर पर्सनल पे की स्वीकृति दी थी। इसके अनुसार शबीना को हर महीने 1800 रुपये पर्सनल पे के रूप मे मिलने चाहिए थे। वित्त एवं लेखाधिकारी ने शिक्षिका को इंक्रीमेंट प्रदान नहीं किया। इसकी जगह 500 रुपये का इंक्रीमेंट लगा दिया गया। शबीना छह वर्षों से आला अधिकारियों से शिकायत कर रही हैं। उसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इस मामले में वित्त एवं लेखाधिकारी (बेसिक) परशुराम ओझा ने बताया कि शबीना परवीन का प्रकरण उनकी जानकारी मे है। उन्होंने उनके पुराने वेतन बिल मंगवा लिए हैं। जल्द ही उन्हें रिवाइज इंक्रीमेंट प्रदान कर दिया जाएगा।।
बरेली से कपिल यादव