बरेली। राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस पर आईएमए में ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया। शिविर में कई सामाजिक संगठन के लोगों ने रक्तदान किया। इस मौके पर आईएमए की तरफ से नियमित रक्तदान करने वाले रक्तदाताओं को सम्मानित किया गया। साथ ही लोगों को नियमित रक्तदान करने के फायदे बताकर ब्लड डोनेशन के लिए जागरूक किया गया। आईएमए में रक्तदान शिविर का उद्घाटन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विश्राम सिंह ने किया। आईएमए अध्यक्ष डॉ. आरके सिंह ने उनका स्वागत किया। इस मौके पर सीएमओ डॉ. विश्राम सिंह ने ब्लड डोनेशन के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि रक्तदान से शरीर मे किसी प्रकार की कमजोरी नही होती, यह महज भ्रांति है। रक्तदान के बाद शरीर मे नसों में जरूरत के अनुसार खून 3-4 घंटे में फिर आ जाता है और 90 दिन मे दोबारा एक यूनिट खून बन जाता है। एक व्यक्ति के रक्तदान करने से चार मरीजों की जान बचाई जा सकती है। आईएमए अध्यक्ष डॉ. आरके सिंह ने रक्तदान को महादान बताया और कहा कि जरूरतमंद की जान बचाने के लिए किया गया रक्तदान सबसे बड़ा पुण्य कार्य है। इस मौके पर आईएमए की तरफ से सीएमओ डॉ. विश्राम सिंह को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम मे डॉ. अजय भारती, डॉ. जेपी सेठी, डॉ. अंजू उप्पल, डिप्टी सीएमओ डॉ. लईक अहमद, डॉ. पारुल प्रिया समेत अन्य लोग मौजूद रहे। आईएमए में आयोजित रक्तदान शिविर मे सामाजिक संगठनों ने ब्लड डोनेट किया। इस मौके पर डॉ. मधु गुप्ता ने रक्तदान किया। वह 100 बार रक्तदान करने वाली पहली महिला डाक्टर हैं। उनको आईएमए की तरफ से सम्मानित किया गया। डॉ. मधु गुप्ता ने इस मौके पर कहा कि रक्तदान करने के लिए महिलाओं को भी जागरूक होना चाहिए। ब्लड बैंक इंचार्ज डॉ. अंजू उप्पल ने रक्तदान करने वाले सामाजिक संगठनों के सदस्यों को धन्यवाद दिया।।
बरेली से कपिल यादव