मिर्जापुर- अहरौरा नगर बाजार में स्थित एटीएम मशीनों के हाल इनदिनों बद से बदतर हो गयी है।नगर में स्थित एटीएम मशीन चौबीस घंटे जनता कि सेवा के लिये लगाया गया परंतु आयेदिन खराब एटीएम से जूझ रहे लोगो ने बैंक के खिलाफ रोष प्रकट किया है।नगर में कुल तीन एटीएम मशीन है और तीनों का हाल ऐसा की कभी बिजली नही होता। बिजली होता है तो मशीन खराब है जब दोनो ठीक होता है तो कैस नही होता।खाता धारकों का कहना है कि यहां लगी एटीएम मशीन महीने में सायद दो चार दिन ही काम करता है बाकी दिनों यहां रखे गये चौकीदार सिर्फ खाली पड़े मशीन की रखवाली करते हैं।जिस दौरान एटीएम पैसा देता है वो समय बैंक खुलने के समय खुलता है और बंद होने तक ही खुला रहता है।स्थानीय बैंक जनता को चौबीस घंटे सेवा देने का मात्र ढोंग करती है।
अगर यहाँ के बैंक की बात करे तो ये भी वेंटिलेटर के सहारे चल रहा है।सुबह 11बजे बैंक खुलता है बैंक खुलने के कुछ ही घण्टो बाद कनेक्टिविटी फेल हो जाता है।अगर किसी समश्या को लेकर बैंक कर्मियों से ग्राहक बात करता है तो बैंक कर्मी झल्लाहट में जवाब देता है।मालूम पड़ता है हम अपना पैसा बैंक से नही यहां मौजूद बैंक कर्मियों के खाते से मांग रहे हो।सबसे बुरी स्थिति स्टेट बैंक और एलाहाबाद बैंक की है।इन्होंने हजारो की शंख्या में ग्राहक तो बना लिये पर इनके पास न ही भरपूर स्टाप है और नही कार्य करने की स्पीड।इलाहबाद बैंक में तैनात महिला कैशियर अपने चेम्बर में बैठते ही फोन पर बातो में लग जाती है या फिर किसी स्टाप से बाते करने व्यस्त हो जाती है।इस दौरान अगर कोई भी खाता धारक बीच मे जल्दी करने की टोक दे तो उस आदमी की कयामत आ जाती है।महिला कैशियर अहरौरा की ही निवासी हैं इस कारण कोई भी व्यक्ति इनका विरोध भी नही करता।अधिकारियों से शिकायत करने पर वो हमेसा आपस मे कारपोरेट करने की बात करते हैं।ऐसे में बैंक सम्बन्धित समश्या का कैसे समाधान हो लोगो को समझ नहीं आ रहा है।बैक मैनेजमेंट को चाहिए कि ऐसे लापरवाह कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही कर रेस्ट देदे ताकि ये अपनी काम के अहमियत को समझे।
रिपोर्ट-:सुभाष मिश्रा मिर्जापुर