बरेली। जंक्शन पर अवैध वेंडरों के खिलाफ कार्रवाई न करने पर आरपीएफ इंस्पेक्टर अभिषेक बिजारणियां और चौकी इंचार्ज कैंट धर्मेंद्र सिंह फंस गए। प्रथम दृष्टया उन पर आरोपों को सही पाया गया है। इसके बाद सीनियर कमांडेंट आरपीएफ शनमुगा वडिवेल ने दोनों को सस्पेंड करते हुए मुरादाबाद मुख्यालय से अटैच कर दिया है। जंक्शन आरपीएफ थाने का चार्ज फिलहाल मनोज सिंह को दिया गया है। जंक्शन आरपीएफ थाने में तैनाती के दौरान अभिषेक बिजारणियां का कार्यकाल बेहतर रहा था। पिछले महीनों उनको एक विशेष जांच के सिलसिले मे हैदराबाद भी भेजा गया था। हालांकि, अधीनस्थों पर कम सख्ती रखने को लेकर कई बार सवाल भी उठे। अवैध वेंडरों के खिलाफ कार्रवाई न करने पर नप गए। दूसरी ओर कैंट चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह को लेकर पहले भी शिकायतें मिली थी। हाल ही में धर्मेंद्र सिंह ने चार वेंडरों को पकड़ा था। उनसे मोबाइल और रुपये छीन लिए थे। उनके खिलाफ कार्रवाई नही की और बाद मे मोबाइल वापस कर दिए। इस मामले में आरपीएफ थाने मे न तो कोई लिखा-पढ़ी की गई और न ही उच्च अधिकारियों को कोई जानकारी दी गई। कुछ वेंडरों की ओर से ही मामले मे शिकायत उच्च स्तर पर की गई। शिकायत मिलने के बाद सीनियर कमांडेंट आरपीएफ शनमुगा वडिवेल ने जांच के आदेश दिए। जांच में प्रथम दृष्टया एसआई धर्मेंद्र पर आरोपी सही पाए गए और इंस्पेक्टर अभिषेक बिजारणियां की लापरवाही भी उजागर हुई। इसके बाद सीनियर कमांडेंट शनमुगा वडिवेल ने दोनों को सस्पेंड कर दिया है।।
बरेली से कपिल यादव