बरेली। अमेरिकन कार्ड बनवाने का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी कर ली गई। पीड़ित जब तक समझ पाया तब तक उसकी फोन स्क्रीन शेयर कर सात बार में यह रकम निकाल ली गई। पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने मे मुकदमा दर्ज कराया गया है। थाना बहेड़ी में नैनीताल रोड निवासी मुकेश गर्ग ने पुलिस को बताया कि 27 जनवरी की रात एक व्यक्ति ने उन्हें व्हाट्सएप कॉल किया। अमेरिकन एक्सप्रेस कार्ड देने की बात कहते हुए उसने एचडीएफसी बैंक के क्रेडिट कार्ड की फोटो और आधार व पैन कार्ड की डिटेल ले ली। फिर उसने फोन की स्क्रीन शेयर करके ओटीपी प्राप्त कर लिए और सात बार में एचडीएफसी बैंक के क्रेडिट कार्ड से पांच लाख 27 हजार 28 रुपये ट्रांसफर कर लिए। ट्रांजेक्शन होते ही उन्हें ठगी का अहसास हुआ और फिर उन्होंने साइबर क्राइम वेबसाइट पर शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराकर रकम वापस कराने की मांग की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वही उप्र पुलिस के साइबर सलाहकार राहुल मिश्रा ने बताया कि कई बार ऐसी ठगी के बाद लोग शिकायत करते हैं कि उन्होंने किसी को ओटीपी शेयर नहीं किया तो उनके खाते से रुपये कैसे कट गए। जबकि वह नहीं समझ पाते कि जाने अंजाने में वह कई बार ऐसे एप इंस्टॉल कर बैठते हैं जो उनकी मोबाइल फोन स्क्रीन दूर बैठे साइबर ठग से शेयर कर देते है। मतलब प्रोसेस होने पर उसे आपके मोबाइल के ओटीपी व अन्य जानकारी दिखाई देती है। क्विक सपोर्ट नाम का एप कई बार ठग ही लोगों के मोबाइल में इंस्टाल करा देते हैं, यह एनीडेस्क की तरह ही काम करता है पर लोग इसके नाम से धोखा खा जाते है।।
बरेली से कपिल यादव