फरीदपुर, बरेली। रविवार को जनपद के थाना कैंट क्षेत्र मे एसओजी टीम ने रविवार को बुखारा रोड के पास नाले से एक मानव सिर का कंकाल बरामद कर लिया। वह 27 नवंबर से लापता चल रहा था। उधर सूचना मिलने पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच पड़ताल में जुट गई। मूलरूप से बहेड़ी के मोहल्ला अमरनाथ कॉलोनी निवासी लेखपाल मनीष कश्यप 27 नवंबर से लापता थे। वह फरीदपुर तहसील में तैनात थे। 27 नवंबर को तहसील में ड्यूटी करने जाने के बाद घर नही लौटे। काफी खोजबीन के बाद भी पता न चलने पर लेखपाल की मां मोरकली ने खल्लपुर गांव की एक जनप्रतिनिधि और उसके सहयोगियों के खिलाफ अपहरण करने के आरोप की तहरीर दी। फिर उन लोगों ने इस मामले में कलेक्ट्रेट मे भी शिकायत की। इसके बाद एसएसपी अनुराग आर्य ने फरीदपुर पुलिस के साथ ही एसओजी, सर्विलांस समेत अन्य टीमें लेखपाल की बरामदगी को लगा दी। परिवार वालों के आरोप के चलते बीते दिनों एसएसपी ने लेखपाल के अपहरण के मुकदमे की जांच फरीदपुर थाने से ट्रांसफर करके फतेहगंज पश्चिमी इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार चतुर्वेदी को सौपी। उनके मोबाइल फोन की अंतिम लोकेशन तहसील में ही मिली थी। इसके बाद उनका कोई सुराग नही लगा। कॉल डिटेल से पता चला कि क्षेत्र के एक प्रधान से आखिरी बार बात हुई थी। अब रविवार को पुलिस ने एक आरोपी की निशानदेही पर लेखपाल का सड़ा गला शव कैंट मे बभिया गांव के नजदीक नाले के किनारे से बरामद किया है। दरअसल, लेखपाल की मां ने एडीजी से शिकायत की थी कि फरीदपुर इंस्पेक्टर जानबूझकर मामले में ढिलाई बरत रहे हैं। इसके बाद विवेचक बदले गए। 19 दिन बाद पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ा। उसकी निशानदेही पर सिर का कंकाल बरामद हुआ। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि जमीन की पैमाइश के विवाद में लेखपाल की हत्या की गई है। फरीदपुर के गांव कपूरपुर निवासी व्यक्ति का कुछ लोगों से जमीन का विवाद था, जिसकी पैमाइश मनीष कश्यप कर रहे थे।।
बरेली से कपिल यादव