बरेली। बार एसोसिएशन के अधिवक्ता कुछ समय से न्यायिक कार्यो में परेशानी का सामना कर रहे है। जिसका कारण बताया जा रहा है कि नकल बिभाग का कार्य सुचारू रूप से न चलना। अधिवक्तों का आरोप है कि नकल बिभाग के लिपक संजीव सक्सेना ने बिना किसी अग्रह या अनुमति के मनमाने तरीके से बिभाग मुख्य गेट बंद कर दिया है जो अब अधिवक्तों को नकल की प्रति प्राप्त करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिसके बाद सभी अधिवक्ताओं ने मामला बार एसोसिएशन के तेज तर्रार अधिवक्ता शंकर कुमार सक्सेना से मुलाकात की। शंकर कुमार सक्सेना ने पूर्व में भी बार एसोसिएशन मे वियाप्त आय ब्यय व वकालतनामा घोटालो के खिलाफ प्रमुखता के अपनी बात रखी थी। जिस पर सीए ने भी अपनी रिपोर्ट लगाई थी। इस बार फिर शंकर कुमार सक्सेना अधिवक्तों के हित मे एसोसिएशन से सवाल कर रहे है। मेरा बार के अध्यक्ष मनोज हरित और सचिव वीपी ध्यानी से आग्रह है कि नकल विभाग की समस्या और संबंधित लिपिक संजीव सक्सेना की मनमानी का तत्काल संज्ञान ले। नकलों के आवेदन तथा उनका वितरण खिड़की से किया जा रहा है। कुछ साथियों के मैसेज से ये जानकारी हुई नकल विभाग का दरवाजा जिला न्यायाधीश के आदेश पर बंद किया गया है। इस कारण हम सबको घंटो लाइन में लगना पड़ रहा है। बार के पदाधिकारी अगर न्यायिक अधिकारियों के सामने दंडवत रहेंगे तो उन्हे हम अधिवक्ताओं की समस्याएं दिखाई भी कैसे देंगी। 20 अगस्त तक समस्या का समाधान नही हुआ तो आंदोलन करने के लिए मजबूर होगा।।
बरेली से कपिल यादव