*महिला और बच्चे सहित कई लोग दबे रिक्शा के नीचे , ग्रामीणों ने सकुशल निकाला।
*नीचे दबी महिला को निकालते रहे लोग बगल से निकलता रहा जिले के अधिकारियों का काफिला।
*रुकना तो दूर देखने तक की जहमत नहीं उठाई किसी ने।
सीतापुर -बहराइच रोड पर जहांगीराबाद चौराहे का मामला।
(सीतापुर)। जिले के जिम्मेदार अधिकारियों की संवेदन हीनता एक बार फिर उजागर हो गयी जब डीएम एसपी के काफिले से बचाने के चक्कर में जहांगीराबाद चौराहे पर रोड पर बने बड़े बड़े गड्ढों में भरे पानी में फंसकर ई रिक्शा पलट गया जिसके नीचे रिक्शा पर सवार कई सवारियां दब गयीं। आसपास के लोग दौड़े और ई रिक्शा को उठाने का प्रयास करने लगे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सोमवार दोपहर बाद जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की गाड़यों का काफिला बाढ़ क्षेत्र का दौरा कर रेउसा से सीतापुर वापस जा रहा था जैसे ही काफिला जहांगीराबाद चौराहे पर पहुंचा ठीक उसी समय बिसवां की ओर से एक ई रिक्शा सवारियां बैठाकर रेउसा की ओर जा रहा था। काफी दिनों से चौराहे पर रोड काफी क्षतिग्रस्त है जगह जगह बड़े बड़े गड्ढे बन गये हैं जिनमें बरसात का पानी भरा है।
बताते हैं कि ई रिक्शा चालक ने डी एम के काफिले को निकलने के कारण ई रिक्शा का हैंडल मोड़ दिया जिससे रिक्शा सड़क पर ही पलट गया और एक महिला व बच्चे सहित सवार कई अन्य रिक्शा के नीचे दब गये। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि गाड़ियों का पूरा काफिला बगल से गुजरा लेकिन उन्हें जरा भी दया नहीं आयी और उनकी कार बिना रुके बगल से गुजरती हुई बिसवां की ओर चली गयी उनके काफिले में अन्य अधिकारियों सहित पुलिस की भी गाड़ियां फर्राटा भरते हुये निकल गयीं। रुकना तो दूर किसी ने भी मुड़ कर देखने तक की जहमत नहीं उठाई। उस समय चौराहे पर काफी लोग थे। सभी लोग इन जिम्मेदार अधिकारियों की संवेदन हीनता की चर्चा कर निंदा करने लगे। ग्रामीणों ने ई रिक्शा को सीधा कर उसमें फंसे सवारों को सकुशल बाहर निकाला। रिक्शा पर एक महिला सहित लोग सवार थे जो बाल बाल बच गये।
– रामकिशोर अवस्थी