*अतंर्राष्ट्रीय योग दिवस के प्रोटोकोल के अनुसार सिखाई योग क्रियाएं
रोहतक/हरियाणा- अतंर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों को योगाभ्यास व प्राणायाम में पारंगत करने के लिए आयोजित किया गया तीन दिवसीय योग प्रशिक्षण शिविर आज राजीव गांधी खेल स्टेडियम में शुरू हो गया। पहले दिन पतंजली योगपीठ के प्रशिक्षकों ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों-कर्मचारियों को अंतर्राष्टï्रीय योग दिवस के प्रोटोकोल के अनुसार योग क्रियाएं सिखाई और उनसे होने वाले लाभों के बारे में भी जानकारी दी।
पतंजलि योग समिति के प्रशिक्षकों व आयुष विभाग के अधिकारियों ने उपस्थित अधिकारियों-कर्मचारियों को योग दिवस पर प्रोटोकोल के तहत ग्रीवाचालन, स्कंध संचालन, ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्धचक्रासन व त्रिकोणासन, बैठकर करने वाले दंडासन, भद्रासन, वज्रासन, अर्ध उष्ट्रासन, उष्ट्रासन, शशकासन, उत्तानमंडूक व वक्रासन, पेट के बल लेटकर किए वाले मकरासन, भुजंगासन, शलभासन तथा पीठ के बल लेटकर किए वाले सेतुबंधासन, उत्तानपाद आसन, अर्ध हलासन, पवनमुक्तासन व शवासन आदि योगासनों व प्राणायाम का अभ्यास करवाया।
उन्होंने अधिकारियों को कपालभाति, अनुलोम-विलोम, शीतली, भ्रामरी व ध्यान का अभ्यास करवाते हुए संकल्प व शांति पाठ करवाया गया। इस दौरान प्रशिक्षकों ने बताया कि योग दिवस का अतंर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाना भारतीय संस्कृति का विजय पर्व है और इस बार रोहतक में राज्य स्तरीय योग कार्यक्रम आयोजित करवाया जाएगा।
उनका कहना था कि योग भारतवर्ष के ऋषि-मुनियों द्वारा ईजाद की गई सर्वाधिक पुरातन विधा है, जिसे आज पूरे विश्व ने मान्यता दी है। उन्होंने बताया कि आज चिकित्सा विज्ञान ने भी इस तथ्य को स्वीकार किया है कि योगासनों के नियमित अभ्यास से मानसिक व शारीरिक विकार दूर होते हैं। जीवन में स्वस्थ रहने के लिए हर व्यक्ति को नियमित रूप से योगाभ्यास करना चाहिए।
इस मौके पर जिला आयुष अधिकारी सुषमा नैन, पतंजलि योग पीठ के जगबीर आर्य व दया आर्य मौजूद थे।
– हर्षित सैनी, रोहतक