मरदह। बोगना गांव में अपनी कथित रखैल पर जानलेवा हमला कर फरार युवक रामप्यारे राजभर(43) की पांचवें दिन गुरुवार की सुबह सिर विहीन लाश दुल्लहपुर थाने के सुल्तानपुर गांव के पास रेल पटरी पर मिली। हालांकि पुलिस इसे खुदकुशी का मामला मान रही है लेकिन ग्रामीणों के गले यह बात उतर नहीं रही है। वह उसकी मौत को जानलेवा हमले के घटना से जोड़ रहे हैं। उनके इस शक को धड़ से गायब सिर और बढ़ा रहा है। उधर एसओ दुल्लहपुर रविचंद्र भूषण मौर्य ने कहा कि यह खुदकुशी का मामला है। रही बात युवक के सिर के लापता होने की तो संभव हो कि उसे वन्य जीव आहार बनाने के लिए मौके से उठा ले गए हों। मालूम हो कि रामप्यारे पर अपनी पत्नी सोमारी, भाभी रीता तथा मां की भी क्रमशः हत्या करने का आरोप था। इस सिलसिले में वह जेल भेजा गया था लेकिन कुछ ही दिन पहले जमानत पर छूटा था। बीते रविवार की सुबह ११ बजे अपनी रखैल इंद्रावती के घर पहुंचा था और शराब के लिए पैसे को लेकर उससे उलझ गया था। उसी दौरान उसने घर में रखी कुल्हाड़ी से इंद्रावती को ताबड़तोड़ कई प्रहार कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया था। उसके बाद वह मौके पर ही कुल्हाड़ी फेंक कर भाग निकला था। तब से मरदह पुलिस उसे तलाश रही थी। बोगना की राजभर बस्ती के लोगों का कहना है कि रामप्यारे दबंग किस्म का था। वह इतना दरिंदा था कि उसके तीन भाई डर के मारे घर नहीं आते थे। यहां तक कि इंद्रावती से उसका जब संबंध हुआ तब उसका पति रामविलास भी घर छोड़ दिया।
रिपोर्ट-:प्रदीप दुबे गाजीपुर