आजमगढ़- आजमगढ़ के अहरौला थाना के पश्चिम पट्टी गाँव में शंकर भगवान की मूर्ति को स्थापित करने के विवाद को लेकर साधू ने अपने पड़ोसी की त्रिशूल घोंप कर हत्या कर दी। दो दिन पूर्व आरोपी साधू ने हमला किया था, गंभीर रूप से घायल पड़ोसी को वाराणसी में भर्ती कराया गया था जहाँ उसने दम तोड़ा। पुलिस ने आरोपी साधू को आला क़त्ल के साथ गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ अजय कुमार साहनी ने पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता में बताया कि कमलेश उर्फ़ जालिम निषाद पिछले चार साल से साधू के वेश धारण कर घूम रहा है। उसके पहनावे, रहन सहन, उग्र स्वभाव व धर्मान्धता के चलते उसकी पत्नी व 4 बच्चे घर छोड़ कर चले गए। कमलेश ने अपने पड़ोसी कन्हैया के घर के पीछे खिड़की के पास शंकर भगवान की मूर्ति की स्थापना का प्रयास किया जिसका कन्हैया ने विरोध किया। बाद में खिड़की से करीब 10 फुट की दूरी पर मूर्ति रखी गयी। इस मामले को लेकर, कुछ भूमि बेचने व पत्नी व बच्चों को घर छोड़ने का दोष साधू ने कन्हैया पर मढ़ा और मौक़ा पाकर 17 व 18 की मध्य रात्रि में कन्हैया पर त्रिशूल से हमला कर दिया।
रिपोर्टर-:राकेश वर्मा सदर आजमगढ