दहेज लोभियों ने अस्पताल से गायब कर दी बेटी: खोजने के लिए दर दर भटक रहे हैं मां बाप

आजमगढ़- ससुराल पक्ष के साथ अस्पताल से गायब हुई बेटी को खोजने के लिए दर-दर भटक रहे पिता को लेकर सोमवार को प्रयास सामाजिक संगठन पुलिस अधीक्षक से मिला। एसपी ग्रामीण के समक्ष पिता ने बिलखकर बिटिया की बरामदगी करते हुए दहेज लोभियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग किया। एसपी को दिये गये ज्ञापन में श्रीकांत प्रसाद श्रीवास्तव पुत्र स्व सीताराम श्रीवास्तव, ग्राम महुवार, थाना तहबरपुर जिला आजमगढ़ निवासी ने बतायाकि उसकी पुत्री पल्लवी श्रीवास्तव का विवाह बीते 11 मई 2018 को गौरव कुमार अस्थाना पुत्र शिवकुमार अस्थाना निवासी ग्राम बिजौली, थाना बरदह, जनपद आजमगढ़ के साथ हीरापट्टी स्थित चित्रगुप्त मंदिर परिसर में धूमधाम से हुआ था। पीड़िता पिता का आरोप है कि शादी के बाद से ही पल्लवी को दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे। दस दिन बाद ही ससुराल जनों ने बताया कि पल्लवी की तबीयत खराब हो गयी उसका उपचार वाराणसी के एक निजी अस्पताल में हो रहा है। जहां उसकी ननद की बहन बतौर नर्स कार्यरत है। इसी के बाद से पल्लवी की कोई जानकारी नहीं मिली। उसका मोबाइल नम्बर भी लंबे समय से स्वीच आफ बता रहा है। पीड़ित पिता का आरोप है कि दहेज न मिलने के कारण पल्लवी की हत्या कर दी गयी है और गुमराह करने की नियत से ससुराल पक्ष के लोगों ने उसकी गुमशुदगी भेलूपुर थाने में 22 मई 2018 को दर्ज करा दिये है। ससुराल पक्ष के लोगों की बदनियत देख पीड़ित पक्ष ने बरदह थाने में पति गौरव कुमार अस्थाना, श्वसुर शिवकुमार अस्थान, सास सविता अस्थाना व ननद आराधना अस्थाना पर अपहरण कर हत्या की आंशका का मुकदमा दर्ज कराया गया। पीड़ित ने एसपी से गुहार लगायी कि जल्द से जल्द पल्लवी की बरामदगी कराया जाय और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही किया जाये। प्रयास संस्था की मांग है कि किसी भी सूरत में पल्लवी को बरामद किया जाये।

ज्ञापन सौंपने वालों में पुष्पा श्रीवास्तव, सुषमा, जान्हवी, अध्यक्ष रणजीत सिंह, रज्जन वर्मा, पंकज, कृष्णा, इंजी सुनील यादव, अतुल श्रीवास्तव, अभिषेक सिंह नीरज, डा वीरेन्द्र पाठक,डा हरगोविन्द विश्वकर्मा, हरिश्चन्द्र, अम्ब्रीश लाल, सीएल यादव, सत्यम, सुरेश, बबलू आदि मौजूद रहे।

रिपोर्टर-:राकेश वर्मा सदर आजमगढ़

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

किसी भी समाचार से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है।समाचार का पूर्ण उत्तरदायित्व लेखक का ही होगा। विवाद की स्थिति में न्याय क्षेत्र बरेली होगा।