मुज़फ्फरनगर – मुज़फ्फरनगर के हाइवे 58 पर स्थित कोल्हू संचालक पन्नी कचरा फूंक कर खुलेआम प्रदूषण फैला रहें हैं जबकि जिले के आलाधिकारियों सहित प्रदूषण विभाग के इस रास्ते पर दिन भर लगते है कई कई चक्कर लेकिन प्रदूषण विभाग तो मानो सोया हुआ है कुम्भकर्णी नींद । ये कोल्हू संचालक प्रदूषण युक्त उठते धुंवे से लोगों को बाट रहे है मौत।
जानकारी के अनुसार जनपद के कई क्षेत्रों में कोल्हू चरखी पर सड़ी गली पन्नियों के साथ ही गंदगी फुंकर बनाया जा रहा है गुड़। इन पन्नियों और कचरे के उठते धुएं ने लोगो का जीना दुश्वार कर दिया है । जिससे आस पास से गुजर रहे वाहन चालकों सहित ग्रामीणों में साँस लेने में दिक्कत आ रही है और बच्चे व बड़े भारी सख्या में ब्रोंकाइटिस नामक बीमारी के शिकार हो रहे है ।
बताते चले की जबसे गन्ने की खोई गत्ता फैक्ट्रियो में जाना शुरू हुआ जिससे कोल्हू मालिको ने आम जनता कि जिंदगी से खिलवाड़ करना भी शुरू कर दिया है। जो बड़ी मात्रा में गन्दी पन्नी व टायर, जूते ,चप्पलो में आग जलाकर गन्ने के रस को पकाते है कोल्हुओं की चिमनियों से निकलने वाले दूषित एवं जहरीले धुएं से लोगों को सांस लेने में भारी दिक्कत हो रही है। वहीं दूसरी तरफ बड़ों के साथ ही छोटे छोटे बच्चों को सांस लेना मुश्किल हो गया है मासूम बच्चे भी इस जहर को निगल कर ब्रोमकाइटिस के बड़ी मात्रा में शिकार हो रहे है ।जनपद में सड़ी गली पन्नियों की खदाने लोग बना चुके है।
पन्नियों के काम करने वाले लोगो ने बकायदा शहर से बाहर बिलासपुर से ग्राम जौली तक इन सड़ी गली पन्नियों सहित फैक्ट्रियों से निकलने वाली मैली तक का स्टॉक बना लिया है और प्रदूषण विभाग की नाक के नीचे लोगों के कोल्हुओं तक सप्लाई की जा रही है।कोल्हुओं में फूंकने वाले इस कबाड़ में पन्नी , चप्पले, रबर, टायर, प्लास्टिक आदि हानिकारक तत्व है जिससे आग आसानी से और काफी देर तक जलाई जा सके ।।
क्या कहना है प्रदूषण अधिकारी का:-
प्रदूषण अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि जो कोल्हू मालिक नियमों की अवेहलना करके कोल्हू चला रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।उन्होंने कहा की खोई के अलावा जो ऐसे गलत जलाने वाले पदार्थों का कोलू में गलत इस्तेमाल कर रहे हैं वह बच नहीं पाएंगे तथा जो भी उनके खिलाफ शिकायत होगी उस पर जो भी विधि सम्मत कार्यवाही होगी अमल में लाई जाएगी।
– मुजफ्फरनगर से भगत सिंह की खास रिपोर्ट