*एसएसपी के ऑपरेशन क्लीन में मिली बड़ी सफलता
*ऑपरेशन क्लीन के लिए 15 टीमों को गठित किया था
*15 स्पा सेंटरों से 25 लडकियाँ और 10 लडके संदिग्ध सामान समेत गिरफ्तार
नोएडा- वैभव कृष्ण एक ऐसा नाम जिसको सुनते ही बदमाश ही नही खुद पुलिस वाले भी खौफ खाते है। एसएसपी ने अपना पद संभालते ही एक थानाध्यक्ष व तीन पत्रकारों का रंगे हाथों रिश्वत लेते हुये पकड़ा। उसके बाद भी अपने ही विभाग के कई पुलिसकर्मी को गलत काम करने पर दंडित किया। एसएसपी वैभव कृष्ण को निष्टा व इमानदारी से काम करता देख आम लोगों की सोच पुलिस के प्रति बदली है।पहले आम आदमी पुलिस के पास जाने से डरता था लेकिन एसएसपी के अच्छे व्यवहार की वजह से उनके अंदर एक नई उम्मीद जगी है। आपको बता दे कि वैभव कृष्ण जिले के पहले ऐसे एसएसपी होगें जिन्होंनें इतनी बड़ी संख्या में अपने ही विभाग के लोगों के गलत कार्य करने पर दडिंत किया।
इसी क्रम में एसएसपी को कुछ दिनों से सैक्टर-18 स्थित स्पा सेंटर से लगातार अवैध व्यापार की शिकायत मिल रही थी।जिसके बाद एसएसपी ने एक स्पेशल टीम गठित की और सेक्टर 18 में चल रहे कई सेंटरों में छापेमारी की,छापेमारी के दौरान कई लोग आपत्तिजनक हालत में मिले। इसके बाद नोएडा पुलिस द्वारा कई लोगों को हिरासत में भी लिया गया है।नोएडा शहर में यह कोइ पहला मामला नही है।नोएडा में कई जगह स्पा सेंटर चलाए जा रहे हैं जिनमें आए दिन अवैध व्यापार की शिकायतें मिलती रहती हैं।पूरा मामला ये है कि नोएडा के थाना-20 के अंतरगत आने वाले सेक्टर 18 में स्पा सेंटर में चल रहे अवैध व्यापार की शिकायत मिली जिसके बाद एसएसपी वैभव कृष्ण के निर्देश पर ऑपरेशन क्लीन चलाया गया।ऑपरेशन क्लीन के तहत एसएसपी द्वारा 15 टीमों को गठित किया गया।इन टीमों द्वारा सेक्टर 18 में चल रहे कई स्पा सेंटर में छापेमारी की गई जिसके बाद नोएडा पुलिस ने 24 से ज्यादा युवतियों और ग्राहकों को हिरासत में लिया। एसएसपी वैभव कृष्ण के मीडिया प्रभारी ने बताया कि नोएडा के थाना सेक्टर 20 क्षेत्र में 100 से ज्यादा स्पा चलने की शिकायत उन्हें मिली थी।शिकायत में बताया गया कि स्पा में मसाज की आड़ में देह व्यापार का धंधा किया जाता है।इस अवैध कारोबार में पुलिस की मिलीभगत की भी भूमिका संदेह के घेरे में थी इसलिए थाना सेक्टर-20 पुलिस को बताए बिना वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने गौतमबुद्ध नगर जिले के अन्य थानों के थानाध्यक्षों और पुलिस क्षेत्राधिकारियों की 15 टीम बनाई तथा कई जगहों पर एक साथ छापे की कार्रवाई की गई।