निघासन-खीरी-विकास विभाग के कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक पैसे कमाने की होड़ मे इस कदर लगे रहते है कि कैसे भी हो पैसा कमाया जाय भले ही दूसरे का आवास किसी दूसरे को ही क्यो न देना पड़े। ऐसा ही एक निघासन के एक गांव का मामला प्रकाश मे आया है। एक ही नाम के दो ब्यक्ति होने का एक ब्यक्ति ने ब्लाक के कर्मचारियों से मिलकर फायदा उठा लिया और पूरा आवास बना लिया। जिसका आवास था वह आवास पाने के लिये अधिकारियों के यहाँ चक्कर काट रहां है। इस तरह के आवास आंवटन का खेल पूरे क्षेत्र मे चर्चा का विषय बना हुआ है प्रधानमंत्री आवास मे हेराफेरी कर आवंटन करने का एक मामला निघासन कस्बे का भी सामने आया है। चौकाने वाला यह मामला पूरे क्षेत्र मे अब धीरे धीरे चर्चा का विषय बनता जा रहा है हकीकत सामने आने पर आवास आंवटन करने वालो के हाथ पांव फूलने लगे है। सर्वप्रथम जिसके नाम आवास आंवटन हुआ था पहले तो उस लाभार्थी को टरका रहे थे अब नये बजट मे आवास देने का अश्वासन देकर दबाने का प्रयास किया जा रहां है। जबकि उस दौरान कर्मचारियों ने लाभार्थी की एक भी नही सुनी थी। निघासन ग्राम पंचायत के मजरा बुद्वीपुरवा निवासी रहीसुद्दीन पुत्र हबीब का प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2017-2018 मे सूची मे नाम आया था। विडम्बना यह है कि सूची में उसके पिता का नाम नही था बल्कि उसकी फैमिली आइडी से मिलान हो रहा था।लेकिन विकास विभाग के कर्मचारियों ने कमीशन बाजी के.चक्कर मे उसी नाम के एक अन्य ब्यक्ति से मिलकर आवास आंवटित कर दिया देखा जाय तो जिसका आवास मे नाम आया उसकी उसकी उम्र करीब 49 साल है। जिसका सूची मे नाम नही था उसकी उम्र 30 वर्ष है।आवास आंवटन मे हेरी फेरी कर एक ही नाम के दूसरे को आवास आंवटन करने के बाद निर्माण प्रारंभ होने के पहले भी ब्लाक के अधिकारियों के चक्कर लगाये थे लेकिन उसकी एक भी नही सुनी। उसके बाद शिकायत कर्ता रहीसुद्दीन ने एसडीएम अखिलेश यादव से शिकायत की एसडीएम ने इस मामले की जब जांच कराई तो शिकायत सही पाई गयी कि आवास आंवटन मे हेरा फेरी की गयी। इस हेराफेरी के बाद खण्डविकास अधिकारी ने गलत ब्यक्ति को आंवटित हुए आवास से रिकवरी कराये जाने का आदेश किया। लेकिन रिकवरी की लाभार्थी को भनक नही लगने दी गयी क्योंकि वह भी इतनी बड़ी रकम देने की हैसियत में नही है। ब्लाक के कर्मचारियों ने आपस मे मिलकर किसी तरह रिकवरी की धनराशि जमा कराई गयी है ऐसा बताया जाता है। उधर यह मामला ब्लाक के कर्मचारियों के लिये धीरे धीरे सरदर्द बन गया है। ग्राम पंचायत विकास अधिकारी अरुण वर्मा ने बताया की आवास आवंटन मे गलती हुई है। एक ही नाम के दो ब्यक्ति थे जिसका गलती से आंवटन होकर आवास बन गया है उसकी रिकवरी कराई गई है। जिसे आवास नही मिला है उसे नये बजट मे आवास हर हाल मे दिया जायेगा।
लखीमपुर खीरी से अनुराग पटेल की रिपोर्ट…