बिजनौर- आपको बता दे कि बिजनौर जिला महिला अस्पताल में अस्पताल स्टाफ की लापरवाही का मामला सामने आया है बीती रात शाहीन पत्नी लईक नगीना मोहल्ला कलालान को प्रसव पीड़ा हुई जिसके चलते परिवार वालो ने रातो रात जिला अस्पताल में भर्ती करने की कोशिश की मगर अस्पताल में तैनात डॉक्टरों ने डिलीवरी में टाइम ज्यादा बताते हुए भर्ती करने से साफ़ मना कर दिया। जबकि वहां से बहार आते आते ही महिला को डिलीवरी हो गयी और बच्चा फर्श पर गिर कर मर गया। इसके चलते परिजनों ने जमकर उधम काटा साथ ही इस बात को लेकर मीडिया कर्मियों ने महिला अस्पताल सीएमएस आभा वर्मा से बात की तो सीएमएस साहिबा ने मामला संज्ञान में होने के बावजूद कैमरे के सामने बोलने से मना कर दिया। जबकि अस्पताल स्टाफ की लापरवाही का ये कोई पहला मामला नहीं है। डॉक्टरों को भगवान का रूप मानते हुए गरीब असहाये लोग उम्मीद लगा कर अस्पताल आते है और यहाँ से निराश लौटकर जाते है पहले भी 5 नवजात शिशुओं की मौत का मंजर देखने को मिला था और डीएम स्तर की एक जांच कमेटी बैठाई गयी थी। उस जांच में क्या हुआ ये बात भी अभी तक किसी को नहीं पता परन्तु नगर वासियो का कहना है की इन दोषियों के खिलाफ अगर कारवाही नहीं हुई तो ये लोग एक के बाद एक बच्चे को इसी तरह से मरते रहेगें इस बात को लेकर परिजनों में काफी आक्रोश है पीड़ित परिवार का अभी रो रो कर बूरा हाल है वहीं जब हमने सीएमओ राकेश मित्तल से बात की तो उन्होंने बताया कि जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
-बिजनौर से अनमोल सक्सेना की रिपोर्ट