कानपुर – इस मानव जीवन में हर औरत का सपना होता है कि वह मां बने। बिना मां बने हर शादीशुदा औरत अधूरी है।कई शादीशुदा जोड़े आज भी ऎसे है जो मां बाप बनने से वंचित है हजारों लाखों खर्च करनें के बाद भी कईयों को संतान सुख प्राप्त नही है जहां एक ओर कई जोड़े इस सुख से वंचित है वही आज एक दिल दहलाने वाला मामला कानपुर सेंट्रल के प्लेटफार्म नम्बर एक में देखने को मिला जहां एक कलयुगी मां अपनी तीन दिन की बेटी को कानपुर सेंट्रल पर रोता बिलखता छोड़कर भाग गई । एक तरफ देश में वर्तमान सरकार का नारा है बेटी बचाव बेटी पढ़ाओ पर यहां एक ऎसी कलयुगी मां भी है जो अपनी दुधमुंही बच्ची को यूं स्टेशन पर मरने को छोड़ गई।फिलहाल बेसहरा बिटिया का सहारा बनी कानपुर सेंट्रल की चाइल्ड लाइन सदस्य मंजूलता जिन्होंने बच्ची को गोद में लेकर रेलवे थाना जीआरपी को सौंप दिया बाद में बच्ची की हालत खराब देख जीआरपी ने बच्ची को चाइल्ड लाइन समन्वयक गौरव सचान व मंजू लता के द्वारा उपचार हेतु कानपुर हैलट अस्पताल भेज दिया गया जिसे हैलट प्रशासन ने तत्काल NICU में भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया। फिलहाल जीआरपी मामले की जांच कर बेसहरा बच्ची की मां की तलाश में जुट गई है।